यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भजापा पर तीखा हमला बोलने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय प्रमुख ओम प्रकाश राजभर भगवा पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं, इसका सीधा जवाब अभी तो नहीं दिया जा सकता लेकिन इतना तो साफ है कि भाजपा के साथ उनकी नजदीकियां बढ़ने लगी हैं.
राजभर आने वाले समय में भाजपा में यदि शामिल होते हैं इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए. राष्ट्रपति चुनाव में सुभासपा ने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है और अब योगी सरकार ने उन्हें वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी है. वाई श्रेणी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं. जिसमें दो कमांडो तैनात होते हैं बाकी पुलिसकर्मी होते हैं.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सुरक्षा देकर भाजपा ने राजभर को एक तरह से दूरियां खत्म करने की कोशिश की है. विधानसभा चुनाव के बाद राजभर ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के बारे में जिस तरह के बयान दिए हैं, उन्हें देखने से जाहिर है कि सपा और सुभासपा में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है.
राजभर ने पिछले दिनों कहा कि अखिलेश वातानुकूलित कमरों (एसी) के आदी हो गए हैं, उपचुनावों के दौरान जनता के बीच नही गए जबकि वह उनकी पार्टी तपती गरमी के बीच प्रचार किया. सुभासपा प्रमुख ने अखिलेश की आलोचना करते हुए दूसरे बयान भी दिए. राजभर की भाजपा के प्रति नरमी भी दूसरा संकेत दे रही है.
सूत्रों का कहना है कि आने वाले समय में राजभर के साथ शिवपाल यादव भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं क्योंकि दोनों नेता सपा से नाराज चल रहे हैं. राष्ट्रपति चुनाव में राजभर की नाराजगी सामने आई. उन्होंने कहा कि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने के लिए उनके पास कोई नहीं आया. जबकि एनडीए ने अपने उम्मीदार के लिए उनके कई बार संपर्क किया.