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आज मानसून सत्र का आखिरी दिन, सस्पेंड किये गए अधीर रंजन चौधरी-हंगामे के आसार-पढ़े बड़ी बातें

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लोकसभा के मानसून सत्र का शुक्रवार (11 अगस्त) को आखिरी दिन है. मणिपुर पर चर्चा के मुद्दे को लेकर इस बार का पूरा सत्र हंगामेदार रहा है. पीएम मोदी पर असंसदीय टिप्पणी करने को लेकर गुरुवार (10 अगस्त) को कांग्रेस की तरफ से नेता सदन अधीर रंजन चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया है, जिसको लेकर आज का दिन भी हंगामेदार रहने की संभावना है.

कांग्रेस ने लोकसभा में अपने नेता अधीर रंजन चौधरी के सस्पेंशन पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है. यह बैठक आज सुबह 10: 30 बजे सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में उनके संसद स्थित कार्यालय में बुलाई गई है. हम आपको संसद की कार्यवाही से जुड़ी 10 बड़ी बाते बताएंगे.

मानसून सत्र का आखिरी दिन आज, जानिए बड़ी बातें

  • राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच मणिपुर पर चर्चा किए जाने को लेकर गतिरोध जारी है. विपक्ष नियम 267 के तहत मणिपुर पर लंबी चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ है जबकि केंद्र नियम 176 के तहत संक्षिप्त बातचीत के लिए ही सहमत हुआ है. राज्यसभा के सभापति के दोनों पक्षों से इस मुद्दे को सुलझाने के अनुरोध के बीच हंगामा होने की संभावना है.
  • लोकसभा में गुरुवार (10 अगस्त) को चर्चा के बाद विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया था. एनडीए ने आरोप लगाया था कि यह बिल मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को घेरने के लिए लाया गया था.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (10 अगस्त) को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान संसद को संबोधित किया. उन्होंने मणिपुर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करने को लेकर विपक्ष की आलोचना की.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर को लेकर कल संसद में अपना बयान दिया. उन्होंने कहा, मैं नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य के हर जिले में गया हूं. मैंने वहां पर काफी काम किया है. मेरा वहां की एक-एक जगह से भावनात्मक लगाव है और मणिपुर तो मेरे जिगर का टुकड़ा है. उन्होंने कहा जिस तरह से शांति के प्रयास किए जा रहे हैं ऐसे में तय है कि वहां बहुत ही जल्द शांति का सूरज उगेगा.
  • पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष के नेताओं ने इंडिया-इंडिया के नारे लगाते हुए सदन से वॉकआउट किया. उन्होंने कहा, पीएम मोदी मणिपुर हिंसा पर नहीं बोल रहे थे. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने की दो वजहें थी. पहली- मणिपुर को इंसाफ दिलाना, दूसरी- पीएम को इस हिंसा पर बोलने के लिए विवश करना.
  • पीएम मोदी ने विपक्ष के वॉकआउट पर तंज कसते हुए कहा कि इनमें सुनने की क्षमता नहीं है. इनकी पुरानी आदत रही है गाली दो और फिर भाग जाओ. कचरा फेंको और फिर भाग जाओ. मैं विपक्ष के नेताओं से कहता हूं कि उनमें सुनने का धैर्य नहीं है. अगर ऐसे ही रहा तो इनकी संख्या इससे भी आधी रह जाएगी.
  • लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया है. उनके भाषण से पीएम मोदी के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों को भी रिकॉर्ड से हटा दिया गया है. अधीर रंजन चौधरी के भाषण से पीएम मोदी की तुलना भगोड़े नीरव मोदी से करने वाले बयान को हटाया गया है, साथ ही अंधे राजा वाली बात को भी हटा दिया गया है.
  • संसद सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भी सदन में मौजूद रहने की संभावना है. गौरतलब हो कि उनकी सदस्यता को लोकसभा सचिवालय ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद फिर से रीस्टोर किया है. मोदी सरनेम मामले में उनको दो साल जेल की सजा सुनाई गई थी. सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी इसी सजा पर रोक लगा दी थी.
  • संसद के इसी सत्र में हंगामे के बावजूद दिल्ली सेवा विधेयक को पास किया गया. इस बिल के पास होने का आम आदमी पार्टी ने विरोध किया था. उसने कहा था कि यह बिल लोकतंत्र की हत्या करने वाला बिल है. पीएम मोदी देश में तानाशाही लागू करना चाहते हैं.
  • इस सत्र में डेटा प्रोटेक्शन बिल भी पास हो गया है. यह बिल किसी नागरिक के डेटा ब्रीच की दशा में इस ब्रीच का उल्लंघन करने वाली कंपनी पर 250 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाने की बात करता है. इस बिल के ड्राफ्ट को लेकर प्राइवेट कंपनियों में भ्रम की स्थिति थी लेकिन बिल पास होने के बाद किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई है.

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