आने वाले समय में राजपथ पर जाएं तो हो सकता है कि वो नाम ना मिले. केंद्र सरकार ने राजपथ का नाम कर्तव्यपथ करने का फैसला किया है हालांकि आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है. अब जबकि इस तरह की खबर आ रही है तो सियासी प्रतिक्रियाएं भी हैं.
आरजेडी की तरफ से इसे अनावश्क कवायद बताया गया तो कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता ने विस्तार से बताया कि राजपथ और कर्तव्यपथ के बीच के अंतर को बताया. इन सबके बीच टीएमसी की फॉयर ब्रांड नेता महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें भरोसा है कि वे राजपथ का नाम बदलने जा रहे हैं और उम्मीद है कि पीएम आवास का नाम बदलकर किंकर्तव्यविमूढ़ मठ कर देंगे.उन्होंने कहा कि अब तो देश के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या बीजेपी ने नाम बदलने की संस्कृति को ही अपना कर्तव्य बना लिया है. क्या उनकी सनक, पागलपन की वजह से देश का इतिहास एक बार फिर लिखा जाएगा.
नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन की ओर जाने वाली सड़क को. सरकार की तरफ से आधिकारिक ऐलान नहीं है. लेकिन बताया जा रहा है एनडीएमसी की बैठक के बाद ऐलान कर दिया जाएगा. जानकारों का कहना है कि यह नयी बात नहीं है कि जगहों के नाम को या सड़कों के नाम को पहली बार बदला जा रहा हो.
इससे पहले भी नाम बदले गए हैं. जैसे 7 रेसकोर्स के नाम को बदलकर 7 कल्याण मार्ग कर दिया गया. जानकार यह भी कहते हैं कि लालकिले की प्राचीर से जब पीएम मोदी ने कहा था कि हमें गुलामी की हर चीजों से मुक्त होने की जरूरत है. अभी हाल ही में आपने देखा होगा कि आईएसी विक्रांत के उद्घाटन के समय भारतीय नौसेना को नया निशान मिला है.