अभी कुछ दिन पहले दो राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक-एक की बराबरी पर रहा. हिमाचल में जहां जनता ने अपनी परंपरा के मुताबिक बीजेपी सरकार को बदल कर कांग्रेस को मौका दिया. वहीं गुजरात में जनता का बीजेपी पर भरोसा कायम रहा.
गुजरात में जिस तरह से जनता ने जी भरकर मतों के जरिए बीजेपी को समर्थन दिया वो बीजेपी के लिए जहां एक तरफ खास है वहीं कांग्रेस के लिए बड़ा सबक. बीजेपी को आमतौर पर शहरी पार्टी माना जाता है जिसका आधार बड़े शहरों, छोटे शहरों, टाउन एरिया तक सीमित है. लेकिन 2022 के नतीजों ने साबित किया है कि कांग्रेस जो ग्रामीण इलाकों में मजबूत हुआ करती थी उसमें भी सेंध लग चुकी है.
ग्रामीण इलाकों में भी बीजेपी का दबदबा
सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी का वोट प्रतिशत क्या रहा. 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को करीब 53 फीसद मत मिले और 182 सदस्यों वाली विधानसभा में 153 सीट पर कब्जा कर करीब 86 फीसद सीटों पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया. अगर 2017 की बात करें को अर्द्ध नगरी और ग्रामीण इलाकों में बीजेपी को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ा था और सीटों की संख्या दहाई में सिमट गई थी. लेकिन इस दफा तस्वीर अलग है. ग्रामीण इलाकों में सीटों की संख्या 98 है और बीजेपी 80 सीट जीतने में कामयाब रही है. अगर बात कांग्रेस की करें तो पार्टी को 11 सीट पर जीत हासिल हुई. 2017 में कांग्रेस को 57 और बीजेपी को 36 सीट पर जीत मिली थी.
इन आंकड़ों पर भी डालें नजर
2022 में बीजेपी की जीत कई मायनों में अहम है, जैसे माधव सिंह सोलंकी का रिकॉर्ड टूटा. 1985 में सोलंकी की अगुवाई में कांग्रेस को 182 में से 149 सीटों पर बंपर जीत हासिल हुई थी. अगर बात बीजेपी के वोट शेयर की करें तो पहली बार किसी दल को 50 फीसद से अधिक मत मिले हैं. बीजेपी को 52.5 फीसद मत मिले हैं. 20 साल पहले यानी 2002 में बीजेपी को ही 49.85 फीसद वोट मिले थे. इसके साथ ही शहरी विधानसभाओं में बीजेपी की जीत का अंतर डबल डिजिट में रहा है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस के साथ टक्कर बराबरी का रहा है. 2012 और 2017 में ग्रामीण इलाके में बीजेपी को सिर्फ कांग्रेस से एक फीसद अधिक वोट मिले थे. 2022 के चुनाव में बीजेपी को ग्रामीण इलाकों में 48 फीसद मत मिले थे जो 2017 की तुलना में 4 फीसद अधिक है. अगर बात कांग्रेस की करें तो जहां 2017 में इन इलाकों में बीजेपी के साथ वोट शेयर का अंतर एक फीसद था वहीं 2022 में अंतर 18 फीसद का है और यह बीजेपी की जीत के पीछे की बड़ी वजह बनी.
गुजरात में बीजेपी की बंपर जीत के पीछे यह है मुख्य कारण! यहां पिछड़ गई कांग्रेस
Topics
- Featured
- podcast
- technical
- अनोखेलाल
- अल्मोड़ा
- अल्मोड़ा
- अल्मोड़ा
- उत्तरकाशी
- उत्तरकाशी
- उत्तरकाशी
- उत्तराखंड
- उत्तराखंड चुनाव 2022
- उधमसिंह नगर
- उधमसिंह नगर
- एक नज़र इधर भी
- करियर
- कुमाऊं
- क्राइम
- क्रिकेट
- खुशखबरी
- खेल-खिलाड़ी
- गढ़वाल
- चंपावत
- चंपावत
- चंपावत
- चमोली
- चमोली
- चमोली
- चुनाव 2024
- ज़िला अल्मोड़ा
- ज़िला उत्तरकाशी
- ज़िला ऊधम सिंह नगर
- ज़िला चंपावत
- ज़िला चमोली
- ज़िला टिहरी
- ज़िला देहरादून
- ज़िला नैनीताल
- ज़िला पिथौरागढ़
- ज़िला पौड़ी
- ज़िला बागेश्वर
- ज़िला रुद्रप्रयाग
- ज़िला हरिद्वार
- ज्योतिष
- टिहरी
- टिहरी
- टिहरी
- टॉप कॉलेज
- टॉप स्कूल
- ताजा हलचल
- देश
- देहरादून
- देहरादून
- देहरादून
- धर्म
- नैनीताल
- नैनीताल
- नैनीताल
- पंजाब चुनाव 2022
- पर्यटन
- पर्यटन के आयाम
- पिथौरागढ़
- पिथौरागढ़
- पिथौरागढ़
- पौड़ी
- पौड़ी
- पौड़ी
- प्रतिभा सम्मान
- फोटो गैलेरी
- बड़ी खबर
- बागेश्वर
- बागेश्वर
- बागेश्वर
- बिजनेस
- मंथन
- मनोरंजन
- मौसम
- यूपी चुनाव 2022
- राज्य-नीतिक हलचल
- रिजल्ट
- रिलेशनशिप
- रुद्रप्रयाग
- रुद्रप्रयाग
- रुद्रप्रयाग
- लाइफस्टाइल
- लोकहित कार्य नीति
- विदेश
- वीडियो
- व्यवसाय की गति
- शिक्षा
- शिक्षा नीति
- सपनों का उत्तराखंड
- स्कॉलरशिप
- स्वास्थ्य
- हमारी विरासत
- हरिद्वार
- हरिद्वार
- हरिद्वार
- हादसा
- हैलो उत्तराखंड
- होम
More
Popular Categories