रामपुर में उपचुनाव के दौरान केमरी में एक जनसभा का आयोजन किया गया. इस जनसभा को आज़म खान ने संबोधित किया. यहां उन्होंने एक तरफ जहां देश के बंटवारे के लिए जिन्ना को जिम्मेदार ठहराया.
वहीं, मुगल सल्तनत की भी तरफदारी करते हुए नजर आए. आज़म खान ने कहा कि मुस्लिम हिंदुस्तान का बंटवारा नही चाहते थे. मौलान आजद ने लास्ट टाइम तक भी बंटवारे की मनाही करते रहे. पाकिस्तान बनाने का नारा देने वाले जिन्ना थे.
उन्होंने कहा कि बापू बंटवारे के लिए तैयार हो जाएंगे. यह किसी ने सोचा नहीं था. लेकिन जब बापू ही तैयार हो गए तो सभी की हिम्मत टूट गई. उन्हें तैयार कराने वाले हिंदुस्तान की सबसे बड़ी गद्दी पर बैठे थे. हिंदुस्तान बंटा न होता तो पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के कुछ हिस्सा ओर कुछ हिस्से जो औरंगजेब ने जीते थे.
यहां तक की रंगुन तक हिंदुस्तान था. अखण्ड भारत का नारा देने वालो वो हिंदुस्तान दो जो औरंगज़ेब का हिंदुस्तान था. उन्होंने कहा कि पूरी मुगल सल्तनत को गाली दो क्योंकि मुगल सल्तनत न तो खलीफा की सल्तनत थी न ही इस्लामिक हुकूमत थी. आज़म खान ने कहा कि औरंगज़ेब का हिंदुस्तान वापस करो. लव जिहाद के नाम पर लोगों के साथ नाइंसाफी हो सकती थी.
आज़म खान ने कहा कि हिंदुस्तान के गृह मंत्री ने मुझे पहले नंबर का माफिया कहा, मुझे,दूसरे नंबर का अंसारी ओर तीसरे नंबर पर अतीक है. आज़म खान ने कहा कि हम विश्व गुरु हैं. पैगम्बर इस्लाम की शान में तौहीन कर हम विश्व गुरू बनना चाहते हैं.
किसी भी धर्म की तौहीन करने वाला कभी गुरु नही बन सकता. विश्व गुरु तो बहुत बड़ी बात है. दिल मे बहुत ज़ख्म है. ज़ख्म नासूर बनना चाहते है. मैं उन पर मरहम लगाना चाहता हु ताकि ज़ख्म भर जाए.