चंडीगढ़| बुधवार को शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने वरिष्ठ नेता जागीर कौर को पार्टी से निलंबित कर दिया और पार्टी विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम जारी किया, जिसमें विफल रहने पर उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
अगर वह ऐसा नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई पार्टी करेगी। दरअसल, बीबी जागीर कौर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष का चुनाव लड़ने पर अड़ीं हैं। उनके एलान से शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में सियासी घमासान मचा है.
बीबी जागीर कौर एसजीपीसी सदस्यों के साथ अंदरखाते बैठक भी कर रही हैं. अकाली दल ने उन्हें मनाने का प्रयास किया मगर सफलता नहीं मिली. रविवार की शाम करीब पांच बजे शिअद प्रवक्ता व पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा व पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा बीबी जागीर कौर से मिलने पहुंचे थे. बीबी जागीर कौर के आवास पर करीब तीन घंटे बंद कमरे में बैठक चली. मगर जागीर कौर चुनाव लड़ने पर अड़ी रहीं. यही वजह है कि अब पार्टी को सख्त कदम उठाना पड़ा है.
शिरोमणि अकाली दल की अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष सिंकदर सिंह मलूका ने कहा कि जागीर कौर को यह स्पष्ट करना अनिवार्य है कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगी. अगर वह ऐसा नहीं करती हैं तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करने पर बाध्य होगी, क्योंकि कोई भी पार्टी के अनुशासन से ऊपर नही है.
मलूका ने कहा कि जागीर कौर पिछले कुछ महीनों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थीं और अकाली दल के विरोधी ताकतों के साथ मिलकर काम कर रही थीं. उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा और सुरजीत सिंह रखड़ा के साथ तीन घंटे की लंबी बैठक में जागीर कौर को सलाह देने की पूरी कोशिश की गई थी.
इससे पहले पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल भी उनसे मिले थे लेकिन वह एसजीपीसी का चुनाव लड़ने पर अड़ी रहीं. अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी को एसजीपीसी सदस्यों से भी शिकायतें मिली थीं कि जागीर कौर उन पर एसजीपीसी अध्यक्ष के चुनाव में समर्थन करने का दबाव बना रही हैं.