कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर नए विवाद को जन्म दे दिया है. दिग्विजय के बयान पर बीजेपी तो हमलावर है ही, कांग्रेस ने भी खुद को इससे अलग कर लिया है. बवाल के बाद अब दिग्विजय सिंह के भी सुर बदले हुए नजर आ रहे. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि वो जयराम रमेश से इस मुद्दे पर बात करेंगे. उन्होंने ये भी कहा, “सुरक्षाबलों के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है.”
दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कहा था कि सरकार ने इसका कोई प्रमाण नहीं दिया है और सरकार झूठ के पुलिंद पर ही चल रही है. जम्मू-कश्मीर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “वे (केंद्र) सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं और उन्होंने इतने लोगों को मारा है, लेकिन इसका कोई सबूत नहीं है. केंद्र झूठ के सहारे शासन कर रहा है. मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह देश हम सभी का है.”
यह आरोप लगाते हुए कि पुलवामा आतंकवाद का केंद्र बन गया है, दिग्विजय सिंह ने कहा, “इलाके में हर कार की जांच की जाती है. उस विशेष दिन स्कॉर्पियो कार की जांच क्यों नहीं की गई? एक वाहन गलत दिशा से आता है. इसकी जांच क्यों नहीं की गई? हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. अब तक घटना से संबंधित जानकारी संसद में नहीं दी गई और न ही लोगों को इसकी जानकारी है.”
मंगलवार को जब जयराम रमेश से दिग्विजय के बयान पर टिप्पणी मांग गई तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया. जयराम रमेश ने कहा, “इसके बारे में मैंने कल ट्वीट कर बिल्कुल साफ बताया था कि इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का क्या रवैया है और इस पर मैं कुछ नहीं बोलूंगा.”
गौरतलब है कि सोमवार को दिग्विजय सिंह के बयान पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने ट्विटर पर कहा, “वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा व्यक्त किए गए विचार उनके अपने हैं. यूपीए सरकार ने भी 2014 से पहले सर्जिकल स्ट्राइक किए थे. कांग्रेस ने राष्ट्रीय हित में हर तरह की सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया है और समर्थन करना जारी रखेगी.”