उद्वव ठाकरे के मुखपत्र सामना के संपादकीय में पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. संपादकीय में लिखा है कि पुतिन की तरह मोदी को भी सत्ता से जाना होगा, पटना में ‘वैगनर ग्रुप’ ने यही तय किया है. संपादकीय में गृहमंत्री अमित शाह के विपक्ष के फोटो सेशन वाले बयान पर भी उन्हें आड़े हाथों लिया.
सामना में कहा गया, “आज पुतिन के देश में क्या हो रहा है? पुतिन की ओर से अपनी सुविधा के लिए तैयार किए गए वैगनर ग्रुप नामक सेना ने ही पुतिन के खिलाफ बगावत का एलान कर दिया. रूस में विगत कई सालों में हुआ चुनाव सिर्फ छलावा था. पुतिन के लोग गड़बड़ी करके चुनाव जीतते रहे और उन्होंने संसद पर कब्जा हासिल किया. हिंदुस्थान में भी यही चल रहा है और लोगों के मन में क्रांति की भावना निर्माण हो रही है.”
सामना में कहा गया, “बीजेपी ने सत्ता को बरकरार रखने के लिए कई बिकाऊ लोगों को अपने इर्द-गिर्द रक्षक बनाकर खड़ा किया है. कल यही लोग सबसे पहले मोदी-शाह की पीठ पर वार करेंगे और सड़क पर उतरेंगे. पुतिन के मामले में यही हुआ. यह अब पुतिन के खिलाफ बगावत से साफ हो गया है. वैगनर ग्रुप की सशस्त्र सेना को रौंद डालेंगे, ऐसा ताव पुतिन ने दिखाया लेकिन उनसे हुआ नहीं. किसी भी तानाशाह के मन में ऐसी दहशत कभी न कभी निर्माण होती है. पुतिन हो या मोदी, उन्हें बगावत का सामना करना ही पड़ता है.”
पटना में शुक्रवार को 17 प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दलों की बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कटाक्ष करते हुए कहा था, ‘विपक्षी लोग फोटो के लिए एकत्रित हुए और कितने भी विपक्षी एक साथ आएं लेकिन बीजेपी 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी यह तय है.’ इसपर अब सामना में कहा गया, “अमित शाह ने अपेक्षा के अनुरूप ही प्रतिक्रिया दी. देश में ‘फोटोप्रेमी’ कौन है? यह 140 करोड़ जनता प्रतिदिन देखती है. फोटो या लोकप्रियता के आड़े आनेवाले अपने ही नेताओं, मंत्रियों को वैसे ढकेल कर दूर किया जाता है, यह मोदी ने कई बार दिखा दिया है.”
संपादकीय में आगे लिखा गया, “रहा सवाल 2024 में क्या परिणाम आएगा इसका, इस बार का फैसला ईवीएम नहीं करेगी, जनता ही करेगी. विपक्ष के लोग पटना में फोटो खिंचाने के लिए एकत्रित हुए, ये मान भी लिया जाए तो उनसे इतना डरने की वजह क्या है? कल तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ‘नड्डा’ आदि लोग ‘अब की बार भाजपा 400 के पार’ ऐसी घोषणा करते थे. पटना के फोटोसेशन के बाद खुद अमित शाह कह रहे हैं, ‘हम 300 सीटें जीतेंगे.’ मतलब विरोधियों के एक फोटोसेशन ने ही बीजेपी की 100 सीटें कम कर दी और यही विपक्ष की एकता के वङ्कामूठ की ताकत है.”