सदन की कार्यवाही को बाधित करने के कारण आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है. राज्यसभा सभापति ने कहा कि संजय सिंह ने बार बार मना करने के बाद भी सदन की कार्यवाही को बाधित की. इसलिए उन्हें पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित किया जाता है. राज्यसभा सभापति ने ये कार्यवाई पीयूष गोयल की शिकायत पर की. सांसद पीयूष गोयल ने कहा था कि सरकार चर्चा को तैयार है फिर भी कारवाई बाधित की जा रही है.
सदन में भारी हंगामे के बीच सभापति ने राज्यसभा में प्रश्नकाल शुरू कराया. प्रश्नकाल के अभी चार उत्तर ही दिए जा सके थे कि मणिपुर हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर संजय सिंह नारेबाजी करते हुए सभापति के आसन के समीप जा पहुंचे. सभापति की ओर से चेतावनी देने के बावजूद संजय सिंह अपने स्थान पर नहीं गए और मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराए जाने की मांग और नारेबाजी करते रहे.
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने संजय सिंह के निलंबन पर कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है. हमारी लीगल टीम इस मामले को देखेगी.’ संजय सिंह को निलंबित करने के खिलाफ विपक्षी दलों के नेता राज्यसभा के सभापति से मिल रहे हैं. राज्यसभा सभापति ने एक बजे सदन के नेताओं की बैठक बुलाई है.
मणिपुर में दो महीने से जारी हिंसा पर विपक्ष लगातार सदन में चर्चा और पीएम मोदी से जवाब देने की मांग कर रहा है. साथ ही विपक्ष सदन में इसी मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है. इसी के चलते सदन के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष की नारेबाजी और हंगामा जारी है.
महिलाओं की सुरक्षा के मसले पर जहां कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों को साथ लेकर मणिपुर मामले में एनडीए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. वहीं बीजेपी भी लगातार राजस्थान, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे राज्यों में महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध का मसला उठा रही है. बीजेपी का कहना है वो सदन में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है मगर इसके साथ ही राजस्थान, पश्चिम बंगाल, बिहार में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार पर भी चर्चा होनी चाहिए.