कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपी की अमेठी सीट से बीजेपी की नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ चुनाव लड़ने को लेकर रुख साफ किया. उन्होंने बुधवार (17 अप्रैल, 2024) को कहा कि आलाकमान जो फैसला करेंगे, वो मानेंगे.
विपक्षी गठबंधन इंडिया तहत कांग्रेस को यूपी के 80 सीटों में प्रदेश में 17 सीटें दी गई है. इसमें रायबरेली और अमेठी सीट भी है, लेकिन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस ने पत्ते नहीं खोले हैं. दूसरी तरफ राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि रायबरेली से कांग्रेस प्रियंका गांधी को टिकट दे सकती है. अमेठी से राहुल गांधी को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है.
वहीं प्रियंका गांधी के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा ने अमेठी से चुनाव लड़ने के सवाल के जवाब में हाल ही में कहा था कि अमेठी से बात ज्यादा इसलिए उठ रही है, क्योंकि मैंने 1999 से वहां लोगों के बीच प्रचार किया और वहां पोस्टर भी लगने शुरू हुए.
उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा था कि स्मृति ईरानी को सांसद बनाने की जो भूल चूक हुई वो (लोग) उससे आगे बढ़ेंगे, लेकिन, मैं किसी को चुनौती देने के लिए नहीं लडूंगा.
के खिलाफ चुनाव लड़ने को लेकर रुख साफ किया. उन्होंने बुधवार (17 अप्रैल, 2024) को कहा कि आलाकमान जो फैसला करेंगे, वो मानेंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले लोकसभा चुनाव केरल की वायनाड और यूपी की अमेठी सीट से लड़ा था, लेकिन उन्हें स्मृति ईरानी ने चुनाव हरा दिया था. राहुल गांधी ने सिर्फ वायनाड से सीट दर्ज की थी. इस बार भी कांग्रेस ने वायनाड से राहुल गांधी को चुनावी मैदान में उतारा है, लेकिन अभी तक अमेठी को लेकर संस्पेस बरकार है.
दरअसल, अमेठी सीट 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की हार से पहले कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी. ऐसा इसलिए, क्योंकि इस सीट से राहुल गांधी 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव जीते थे.