मुंबई| शरद पवार के मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख के रूप में पद छोड़ने के बाद उनके भतीजे और पार्टी के नेता अजीत पवार ने कहा कि एनसीपी के दिग्गज को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने में दो से तीन दिन लगेंगे.
एनसीपी नेता अजीत पवार ने मुंबई में प्रदर्शनकारी पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘हमने उन्हें (शरद पवार) को बताया कि कार्यकर्ता काफी परेशान हैं. हमने उन्हें यह भी बताया कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि कार्यकारी अध्यक्ष होने के साथ-साथ वह पार्टी अध्यक्ष बने रहें. उन्होंने कहा कि वह अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे और इसके लिए 2-3 दिनों की जरूरत है…’
इस बीच, सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल को एनसीपी का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है, जबकि शरद पवार पार्टी के सलाहकार की भूमिका निभा सकते हैं. दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को यह कह कर सबको चौंका दिया कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है.
पवार ने मुंबई के यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में अपनी आत्मकथा के संशोधित संस्करण का विमोचन करने के अवसर पर 1999 में स्वयं स्थापित अपनी पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान किया जिस पर विरोध जताते हुए राकांपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनसे फैसले को वापस लेने की मांग की.
पवार ने कहा कि उनकी राजनीतिक यात्रा एक मई, 1960 को शुरू हुई थी और पिछले 63 वर्ष से अनवरत जारी है. उन्होंने कहा कि इतने वर्षों में उन्होंने विभिन्न ओहदों पर रहते हुए महाराष्ट्र और देश की सेवा की है. उन्होंने कहा, ‘मेरी राज्यसभा की सदस्यता का तीन वर्ष का कार्यकाल शेष है. इस दौरान मैं बिना किसी पद के महाराष्ट्र और देश के मुद्दों पर ध्यान दूंगा. एक मई, 1960 से एक मई, 2023 की लंबी अवधि में एक कदम पीछे लेना जरूरी है. इसलिए, मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है.’