वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. उनकी उम्मीदवारी के प्रस्तावकों में पार्टी नेता अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, प्रमोद तिवारी, पी एल पुनिया, ए के एंटनी, पवन कुमार बंसल और मुकुल वासनिक शामिल रहे.
कांग्रेस में बदलाव की वकालत करने वाले जी23 समूह के नेता आनंद शर्मा और मनीष तिवारी भी खड़गे के नामांकन के प्रस्तावकों में शामिल थे. तिवारी ने कहा कि खड़गे पार्टी के सबसे अनुभवी नेताओं में शामिल हैं और दलित भी हैं. दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को ही घोषणा की कि वह पार्टी अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे और खड़गे की उम्मीदवारी का समर्थन करेंगे.
इससे पहले कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपना नामांकन दाखिल किया. इनके अलावा झारखंड कांग्रेस के नेता केएन त्रिपाठी ने भी अपना नामांकन दाखिल किया है. खड़गे की उम्मीदवारी पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ‘अध्यक्ष न बनने का मुझे कोई दुख नहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रस्तावक मैं भी हूं.
सोनिया गांधी जो जिम्मेदारी देंगी निभाऊंगा. सभी सीनियर नेताओं ने खड़गे को उम्मीदवार बनाया है. आज की स्थिति में ऐसे उम्मीदवार की जरूरत थी. कांग्रेस अध्यक्ष सुप्रीम होता है और अनुशासन कायम रहता है.’ उन्होंने कहा कि ‘मैडम को क्या पब्लिक को कह चुका हूं कि मैं लगातार पदों पर रहा हूं और मेरा वश चले तो बिना पद के भी काम कर सकता हूं. मैडम जो जिम्मेदारी देंगी उसे निभाएंगे.’