बिहार में एनडीए के सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय होने के बाद खबरें आ रही थीं कि आरएलजेपी प्रमुख पशुपति पारस बागी हो सकते हैं, पशुपति पारस इंडिया गठबंधन में जा सकते हैं, लेकिन इन सभी खबरों पर पूर्ण विराम लग गया है. पशुपति पारस ने साफ कर दिया है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं, वह एनडीएन में ही रहेंगे.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हमारी पार्टी रालोजपा एनडीए का अभिन्न अंग है. प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी हमारे भी नेता है और उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है एवं उनके नेतृत्व में एनडीए पूरे देश में 400+ सीट जीतकर तीसरी बार रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले पशुपति पारस ने अपने सोशल अकाउंट ट्विटर से ‘मोदी का परिवार’ को हटा दिया था. कयास लगाए जा रहे थे कि पशुपति किसी भी वक्त अपना पाला बदल सकते हैं. दरअसल, पशुपति पारस को लोकसभा में एक भी सीट नहीं मिली.
एनडीए सीट बंटवारे के दौरान जब पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं मिली तो उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया, लेकिन अब पशुपति पारस ने साफ कर दिया है कि वह पीएम मोदी के साथ हैं. साथ ही उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर फिर से ‘मोदी का परिवार ‘को जोड़ा है.
आपको बता दें कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सीटों के बंटवारे की तस्वीर साफ हो गई है. बिहार की 40 सीटों में से बीजेपी 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है. जेडीयू को 16 सीटें और चिराग को पांच सीटें, जीतन राम मांझी को एक सीट और उपेंद्र कुशवाहा को एक सीट मिली है.