बागेश्वर| उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के लिए खुशखबरी आई है. बागेश्वर सुरक्षित सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की है. मंत्री चंदन राम दास के निधन से खाली हुई सीट पर बीजेपी ने उनकी पत्नी पार्वती दास को उम्मीदवार बनाया था.
पार्वती दास ने कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार को करीबी मुकाबले में हरा दिया. हालांकि, इस चुनाव की खास बात ये रही कि बीजेपी जहां अपना वोट बैंक बचाने में सफल हुई. पार्वती दास को तकरीबन उतने की वोट हासिल हुए जितने 2022 के विधानसभा चुनावों में उनके पति चंदन राम दास को. साफ है बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके चाहने वाले लोगों के बीच पार्टी की लोकप्रियता बरकरार रही है.
वहीं, 2017 में बहुजन समाज पार्टी और 2022 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े बसंत कुमार को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया था, जिसका साफ फायदा कांग्रेस को मिला. उपचुनाव में कांग्रेस का वोट बैंक भी अच्छा-खासा बढ़ा है. बता दें कि कांग्रेस ने चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी के नेता बसंत कुमार को पार्टी में लाकर टिकट दिया था. साल 2007 में अस्तित्व में आई बागेश्वर सीट में ये पहला मौक रहा, जब बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा-सीधा मुकाबला देखने को मिला. हालांकि, इसमें बाजी बीजेपी ने मार ली.
गौरतलब है कि इससे पहले 2007, 2012, 2017 और 2022 में हुए चुनावों में कभी बीएसपी, कभी यूकेडी तो कभी आम आदमी पार्टी ने इस सीट पर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया था. लेकिन, 2024 लोकसभा चुनाव से पहले हुआ उपचुनाव का ये मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच आमने-सामने का संघर्ष साबित हुआ. बागेश्वर उपचुनाव में मिली जीत को बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और चुनाव के प्रभारी राजेंद्र सिंह बिष्ट ने पार्टी कार्यकर्ताओं की जीत करार दिया है. बिष्ट ने कहा है कि बागेश्वर की जनता ने एक बार फिर पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम पुष्कर सिंह धामी की नीतियों पर मुहर लगाई है.
साल 2022 के विधानसभा चुनावों में बागेश्वर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय रहा था. बीजेपी की चंदन राम दास को इस चुनाव में 32 हजार 211, कांग्रेस के रणजीत दास को 20 हजार 70, आम आदमी पार्टी के बसंत कुमार को 16 हजार 109 वोट मिले थे. इस तरह तीनों दलों के मुकाबले ने मामला त्रिकोणीय बना दिया था. कुल मिलाकर इस चुनाव में बीजेपी के चंदन राम दास को 12 हजार 141 वोटों के अंतर से जीत मिली थी.
इसी तरह साल 2017 के विधानसभा चुनावों में भी बागेश्वर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय रहा था. बीजेपी के चंदन राम दास को इस चुनाव में 33 हजार 792, कांग्रेस के बालकृष्ण को 19 हजार 225, बहुजन समाज पार्टी के बसंत कुमार को 11 हजार 38 वोट मिले थे. इस तरह तीनों दलों के मुकाबले ने मामला त्रिकोणीय बना दिया था. कुल मिलाकर इस चुनाव में बीजेपी के चंदन राम दास को 14 हजार 567 वोटों के अंतर से जीत मिली थी. इसी तरह 2012 में भी चंदन राम दास बागेश्वर से विधायक चुने गए. उनका करीबी मुकाबला कांग्रेस के राम प्रसाद टम्टा से ही हुआ था.
साल 2007 में चंदन राम दास बीजेपी से पहली बार विधायक बने. दास से कांग्रेस के राम प्रसाद टम्टा को चुनाव हराया. इस चुनाव में चंदन राम दास को 17 हजार 614 और कांग्रेस के राम प्रसाद टम्ट को 11 हजार 724 वोट मिले. इस तरह 5 हजार 890 वोट के अंतर से चंदन राम राम दास को जीत मिली. लेकिन, इस चुनाव में उत्तराखंड क्रांति दल के गोविंद राम ने 7300 वोट लाकर मुकाबला त्रिकोणीय बना डाला था.