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Lok Sabha Elections 2024: ममता बनर्जी का बड़ा बयान, ‘पीएम मोदी के लिए राहुल गांधी टीआरपी, अगर विपक्ष का चेहरा बने तो…’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

रविवार (19 मार्च) को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं. टीएमसी प्रमुख ने कहा कि राहुल गांधी विपक्ष के लीडर बने रहे तो नरेंद्र मोदी को कोई नहीं हरा सकता. पीएम मोदी के लिए राहुल गांधी टीआरपी की तरह हैं. ममता बनर्जी मुर्शिदाबाद में कार्यकर्ताओं को वर्चुअल बैठक के दौरान संबोधित कर रही थीं.

उन्होंने सागरदिघी उपचुनाव में टीएमसी की हार को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने उपचुनाव के दौरान आरएसएस-सीपीएम के साथ प्लानिंग की थी. वह बीजेपी के नंबर वन नेता हैं.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बीजेपी ने राहुल गांधी को नेता बनाने के लिए संसद में हंगामा होने दिया. बीजेपी चाहती है राहुल गांधी विपक्ष का चेहरा बने रहें, नहीं तो जो उन्होंने बाहर कहा था उसको लेकर संसद में हंगामा क्यों किया. हम चाहते हैं कि संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चले, हम अडानी मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं. हमने सीएए, एनआरसी, समान नागरिक संहिता विधेयक का विरोध किया है. अल्पसंख्यक समुदाय हमारे हाथ में सुरक्षित है.

हाल ही के दिनों में टीएमसी की ओर से राहुल गांधी पर कई बार हमला बोला गया है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि टीएमसी विपक्ष के तौर पर कांग्रेस को किनारे कर रही है. कुछ दिन पहले ही ममता बनर्जी ने यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी. इस बैठक के बाद कहा जा रहा था कि दोनों नेताओं के बीच नया मोर्चा बनाने को लेकर सहमति हो गई है.

टीएमसी की ओर से कहा गया था कि बीजेपी राहुल गांधी को विपक्ष के चेहरे के तौर पर चाहती है. इससे बीजेपी को मदद मिलेगी. वे राहुल गांधी के विदेश में दिए गए बयान पर संसद नहीं चलने दे रहे. टीएमसी ने कहा था कि हम बीजेपी और कांग्रेस से समान दूरी बनाए रखने की योजना को लेकर अन्य विपक्षी दलों के साथ बात करेंगे. ये एक भ्रम है कि कांग्रेस विपक्ष की बिग बॉस है.

इसके अलावा संसद के बजट सत्र के दौरान कांग्रेस ने कई अन्य दलों के साथ मिलकर अडानी मामले में जेपीसी की मांग को लेकर मार्च निकाला था, लेकिन टीएमसी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुई थी. टीएमसी ने अलग से संसद परिसर में विरोध जताया था.








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