शरद पवार ने प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का नया कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है. सुप्रिया सुले को साथ में पंजाब और हरियाणा का इलेक्शन इंचार्ज भी बनाया गया है. पिछले महीने शरद पवार ने एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. मगर बाद में पार्टी कार्यकर्ताओं के उनके फैसले का विरोध करने पर अपना इस्तीफा वापस ले लिया था.
उस वक्त शरद पवार ने कहा था कि ‘मैं आपकी भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता. आपके प्यार की वजह से मुझसे इस्तीफा वापस लेने की मांग और एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा पारित प्रस्ताव का मैं सम्मान कर रहा हूं. मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का अपना फैसला वापस लेता हूं.’
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने तब कहा था कि वह शिक्षा, कृषि, सहकारिता, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में और अधिक काम करने का इरादा रखते हैं और युवाओं, छात्रों, श्रमिकों, दलितों, आदिवासियों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों से संबंधित मुद्दों पर भी ध्यान दे रहे हैं.
शरद पवार ने पार्टी की 25वीं वर्षगांठ पर यह घोषणा की. पवार और पी.ए. संगमा ने 1999 में पार्टी की स्थापना की थी. एनसीपी के प्रमुख शरद पवार पहले ही कह चुके हैं कि वह प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल नहीं हैं और विपक्ष ऐसा नेतृत्व चाहता है जो देश की भलाई के लिए काम करे. उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि ‘मैं विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहा हूं. मैं प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में नहीं हूं क्योंकि मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा.’
एनसीपी के प्रमुख नेता अजित पवार की मौजूदगी में यह घोषणा की गई. हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी भी दी गई थी. पवार की बेटी तथा लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले के नेतृत्व में राकांपा कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई पुलिस प्रमुख विवेक फणसालकर से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी. एनसीपी के नेताओं ने पुलिस को बताया कि पवार को फेसबुक पर एक मैसेज मिला था. जिसमें लिखा था कि उनका भी अंजाम नरेन्द्र दाभोलकर जैसा होगा.