बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह विधानसभा की सदस्यता खत्म हो गई है. विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी पत्र में अनंत सिंह की विधायक की सदस्यता रद्द करने की जानकारी दी गई है.
मोकामा से राजद विधायक अनंत सिंह पर जनप्रतिनिधि नियम 1951 के तहत कार्रवाई हुई है. बता दें कि पटना की एमपी-एमएलए कोर्ट ने विधायक अनंत सिंह को 21 जून को 10 साल की सजा सुनायी थी. इस सजा का ऐलान होने के बाद से ही अनंत सिंह की विधायिकी जाने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया था.
बता दें कि 16 अगस्त, 2019 को छापेमारी के दौरान सिंह के घर से पुलिस ने एके 47 व हैंड ग्रेनेड बरामद किया. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. बीते विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह राजद के टिकट पर चुनाव लड़े और जेल में रहते हुए चुनाव जीते. अनंत सिंह की गिनती बिहार के बाहुबली विधायकों में होती है. वह अपने बयानों के लिए भी सुर्खियों में रहते आए हैं.
चुनावी दस्तावेजों के अनुसार अनंत सिंह हत्या, जबरन वसूली, अपहरण और अवैध हथियार रखने सहित कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. यह मामला 16 अगस्त 2019 को करीब 11 घंटे तक चले तलाशी अभियान के दौरान पुलिस द्वारा विधायक के घर से एक एके-47 राइफल, दो हथगोले, 26 कारतूस और एक मैगजीन की बरामदगी से संबंधित है.
सिंह वर्ष 2005 से मोकामा विधानसभा सीट से चुनाव जीतते रहे हैं. पहले वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे, हालांकि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उनका कुमार के साथ मतभेद हो गया था जिसके चलते उन्हें जदयू से बाहर होना पड़ा. बाद में वह राजद में शामिल हो गए थे.