प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव की सुरक्षा घटा दी गई है. यूपी की योगी सरकार ने कहा कि 25 नवंबर को हुई सुरक्षा समिति की बैठक के बाद फैसला लिया गया कि विधायक शिवपाल यादव की सुरक्षा जेड श्रेणी से घटाकर वाई श्रेणी की कर दी जाए.
हालांकि राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चाचा शिवपाल यादव ने जैसे ही मैनपुरी में बहू डिंपल यादव को समर्थन दिया वैसे ही ये सुरक्षा घटाई गई. शिवपाल की सुरक्षा ऐसे वक्त घटाई गई है, जब सपा परिवार के फिर से एक जुट होने की खबरें आ रही हैं.
पिछले दिनों ही अखिलेश यादव ने सार्वजनिक तौर पर चाचा शिवपाल यादव के पैर छूए. तब अखिलेश ने शिवपाल के जोर देकर कहा कि चाचा-भतीजे के बीच कभी दूरियां नहीं रहीं. शिवपाल ने भी अपने संबोधन में डिंपल यादव की बड़ी जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया था.
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके प्रतिनिधित्व वाली मैनपुरी सीट पर उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को मतदान होना है. सपा ने इस सीट पर अखिलेश की पत्नी और मुलायम की पुत्रवधू डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है.
वहीं बीजेपी ने इसी सीट से रघुराज शाक्य को चुनावी मैदान में उतारा है. एक वक्त पर रघुराज शिवयादव के भी बेहद करीबी थे. ऐसे में मैनपुरी चुनाव की लड़ाई पर सभी की नजरें टिकी है.