आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है. उनके अलावा, 14 और लोगों का नाम भी प्रथामिकी में दर्ज किया गया है.
आबकारी अधिकारियों, शराब कंपनी के अधिकारियों, डीलरों के साथ-साथ अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों पर भी मामले में मामला दर्ज किया गया है. सीबीआई ने एफआईआर में मनीष सिसोदिया को आबकारी नीति मामले में पहला आरोपी बनाया है. एफआईआर में सिसोदिया सहित कुल 15 लोगों को आपराधिक साजिश, खाते में हेराफेरी और अनुचित लाभ के लिए नाम शामिल किया गया है.
सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में मनीष सिसोदिया, अरवा गोपी कृष्णा, आनंद तिवारी, पंकज भटनागर, विजय नायर, मनोज राय, अमनदीप ढल, समीर महेंद्रू, अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा, महादेव लिकर्स, सनी मारवाह, अरुण रामचंद्र पिला और अर्जुन पांडे का नाम शामिल हैं.
सिसोदिया ने आज सुबह एक ट्वीट में कहा कि सीबीआई आ गई है. हम ईमानदार हैं, लाखों बच्चों के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं. बदकिस्मती है कि इस देश में जो अच्छा काम करता है उसे ऐसे ही परेशान किया जाता है, इसलिए हमारा देश अब भी नंबर-1 नहीं है.
इससे पहले आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि सीबीआई का स्वागत है. हम पूरा सहयोग देंगे. पहले भी तलाशी ली गई थी, लेकिन कुछ नहीं मिला. अब भी कुछ नहीं मिलेगा.
दिल्ली के सीएम ने कहा कि सीबीआई ने सिसोदिया के आवास पर उस दिन छापा मारा है, जिस दिन दिल्ली मॉडल और सिसोदिया की तस्वीर अमेरिका के सबसे बड़े अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के पहले पन्ने पर छपी थी. इससे पहले 30 जुलाई को, सिसोदिया ने आबकारी नीति को वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा था कि केवल सरकारी आउटलेट 1 अगस्त से दिल्ली में शराब बेचेंगे.