देश की राजधानी दिल्ली में नीति आयोग की बैठक जारी है. इस बैठक में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई केंद्रीय मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद हैं.
हालांकि कई विपक्षी सीएम ने इस बैठक का बहिष्कार किया है. लेकिन हैरतअंगेज तौर पर पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी नीति आयोग की इस बैठक का हिस्सा रहीं.. मगर अब बैठक शुरू हुए कुछ समय बाद ही वह बैठक छोड़कर बाहर निकल गईं. न सिर्फ इतना, बल्कि उन्होंने केंद्र और सत्ता पर काबिज भाजपा सरकार पर कई सारे आरोप लगाए हैं.
बता दें कि, बनर्जी ने दावा किया कि, बैठक में बंगाल के साथ भेदभाव हो रहा है. फंड मांगने पर माइक बंद कर दिया जा रहा है. इस बैठक में पूरे विपक्षी दल का अपमान हुआ है. ममता ने दावा किया कि, दूसरों को 20 मिनट तक बोलने दिया गया, जबकि ममता को केवल पांच मिनट ही बोलने की इजाजत दी गई.
मालूम हो कि, ममता बनर्जी ने बैठक से पहले नीति आयोग को खत्म कर देने की बात कही थी, साथ ही योजना आयोग को दोबारा लाने को कहा था. जिसके बाद ममता के इस बयान ने सियासी गलियारे में काफी सुर्खियां बटोरी.