महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया. फेसबुक लाइव पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोग विश्लेषण कर रहे थे कि मेरा चेहरा गिरा हुआ है.
ये कोरोना की वजह से है और कुछ नहीं. लंबे अरसे बाद मैं आप लोगों के सामने आया हूं, बोलने के लिए बहुत कुछ है. मेरे पास प्रशासन का अनुभव नहीं था. कोरोना जैसी चुनौती सामने आई, कोरोना से कैसे बचना है, ये बताया. उस वक्त जो सर्वे हो रहे थे, टॉप 5 मुख्यमंत्रियों में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का नाम शामिल था.
उन्होंने कहा कि पिछले तीन-चार महीनों से किसी से मिलना संभव नहीं था और मैंने अभी हाल ही में लोगों से मिलना शुरू किया है. सेना और हिंदुत्व हमेशा बरकरार हैं. शिवसेना को हिंदुत्व से अलग नहीं किया जा सकता है और हिंदुत्व को शिवसेना से अलग नहीं किया जा सकता है. शिवसेना कौन चला रहा है? मुख्यमंत्री मिलते क्यों नहीं? मैं खुद नहीं मिल रहा था, क्योंकि मेरी सर्जरी हई थी. मैं जब नहीं मिल रहा था, तब भी काम तो हो ही रहे थे.
उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को तैयार हूं, लेकिन आप मेरे सामने आके बोलिये सब कुछ. एकनाथ को सूरत जाकर बात करने की क्या ज़रूरत थी. कुछ लोग यह कह रहे हैं कि यह बाल ठाकरे की शिवसेना नहीं है. बाल ठाकरे के गुजर जाने के बाद 2014 में हम अकेले लड़े थे. मैं पिछले ढाई साल से सीएम हूं और जितने भी नेता चुने गए हैं, वे सब बाल ठाकरे की शिवसेना पार्टी से हैं.