महाराष्ट्र में आया सियासी तूफ़ान आखिरकार सप्ताह बाद बुधवार को उद्धव ठाकरे के सीएम पद से इस्तीफे के बाद थम गया. उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात सोशल मीडिया में लाइव आकर अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया.
वहीं अब विधानसभा का बुलाया गया विशेष सत्र भी रद्द कर दिया गया है. महाराष्ट्र विधानसभा सचिव राजेंद्र भागवत ने सभी राज्य विधायकों को सूचित किया कि राज्यपाल के आदेश के अनुसार, अब फ्लोर टेस्ट की कोई आवश्यकता नहीं रह गई.
बता दें कि बुधवार की देर शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले उद्धव ठाकरे मंत्री के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार के खिलाफ विश्वास मत के एकमात्र एजेंडे के साथ आज विशेष विधानसभा निर्धारित की गई थी.
लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत ने एक सर्कुलर में सभी राज्य विधायकों को सूचित किया कि राज्यपाल के आदेश के अनुसार अब फ्लोर टेस्ट की कोई आवश्यकता नहीं है इसलिए आज का विशेष सत्र नहीं बुलाया जाएगा.
इससे पहले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा बुलाई गई फ्लोर टेस्ट को शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. शीर्ष अदालत ने हालांकि फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और कहा कि लोकतंत्र के इन मुद्दों को सुलझाने का एकमात्र तरीका सदन का पटल था.
वहीं शीर्ष अदालत के आदेश के कुछ मिनट बाद ही उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य के लोगों को संबोधित किया जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में और विधान परिषद के सदस्य के रूप में पद छोड़ने की घोषणा की.इस घोषणा से राज्य में एक सप्ताह से अधिक समय से चल रहे राजनीतिक संकट का अंत हो गया.
इस बीच राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की वापसी के लिए मंच तैयार है जो 106 विधायकों के साथ महाराष्ट्र विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है ऐसे में भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. विपक्ष के नेता के रूप में देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करने के लिए तैयार हैं. इससे पहले सप्ताह में दो बार दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करने वाले फडणवीस ने कहा कि भविष्य की कार्रवाई की घोषणा आज की जाएगी.