गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व नेता कुलदीप बिश्नोई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया है. भाजपा के दिल्ली स्थित मुख्यालय में वह पार्टी में शामिल हुए. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गजेंद्र सिंह शेखावत ने कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई को अधिकारिक तौर पर सदस्यता दिलाई.
उन्होंने पटका पहनाकर पार्टी में शामिल किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अरुण सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, ओपी धनखड़ भी मौजूद रहे.
मनोहर लाल खट्टर ने कहा, आज ये हर्ष का विषय है कि भारतीय जनता पार्टी का परिवार लगातार बढ़ रहा है, कुलदीप जी कल तक कांग्रेस के विधायक थे और आज भाजपा में शामिल हुए हैं. उनके साथ में उनकी पत्नी भी शामिल हुई हैं, वो भी विधायक रही हैं. इनके पिताजी भजन लाल हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे हैं.
एक बार इन्होंने हजकां पार्टी भी बनाई थी. उन्होंने बताया कि कुलदीप जी लगातार संपर्क में थे, राज्यसभा के चुनाव में भी मदद की. खट्टर ने बताया कि उन्होंने खुलकर सहयोग करने की घोषणा की थी और उस आश्वासन पर खरे भी उतरे.
मनोहर लाल खट्टर ने कहा, कुलदीप जी बिना किसी शर्त के पार्टी में आए हैं. बिश्नोई समाज के बड़े नेता हैं, आज ये भाजपा में आए हैं, मैं उम्मीद करुंगा की भाजपा भी इनके अंदर जरूर आए.
इस दौरान ओपी धनखड़ ने कहा, कुलदीप विश्नोई और रेणुका जी अच्छे नेता हैं, इनमें भाजपा के गुण पहले से हैं. भाजपा में आने से लाभ होगा, कांग्रेस में बहुत घुटन है, मुझे लगता है कि अभी कुछ और लोगों की भी अंतर आत्मा जागेगी.
कुलदीप बिश्नोई ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का धन्यवाद, मुझ पर भरोसा करके ज्वाइन कराया. भाजपा और हमारा चोली दामन का साथ रहा, 3 साल गठबंधन रहा, इस दौरान कुछ मतभेद हुए लेकिन मनभेद नहीं हुआ, इसलिए आज यहां हूं.’
उन्होंने कहा, ‘जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो कार्यकर्ताओं ने हरियाणा से राजस्थान तक कम किया, मोदी जी सबसे महान प्रधानमंत्री हैं, उन्हीं से प्रभावित होकर ज्वाइन किया, दूसरा प्रभावित होने का कारण मनोहर लाल खट्टर जी हैं, मैंने बहुत मुख्यमंत्री देखे, लेकिन मनोहर जी 8 साल से मुख्यमंत्री हैं उनका दामन बेदाग है.’
कुलदीप विश्नोई ने आगे कहा, ‘भले ही मुझे, रेणुका और भव्य को मान सम्मान कम देना लेकिन मेरे कार्यकताओं को पूरा सम्मान देना, गजेन्द्र शेखावत जी ने भी बहुत प्रोत्साहित किया, मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि मैं और मेरे कार्यकर्ता जी जान से काम करेंगे.’
कांग्रेस ने जून में हुए राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई के ‘क्रॉस वोटिंग’ करने के बाद उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था. हरियाणा के हिसार जिले की आदमपुर सीट से विधायक बिश्नोई (53) ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था.
बिश्नोई ने बुधवार को कहा था कि यह भाजपा तय करेगी कि आदमपुर से उपचुनाव कौन लड़ेगा, लेकिन वह और उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि उनके बेटे भव्य बिश्नोई वहां से चुनाव लड़ें.
गौरतलब है कि चार बार विधायक और दो बार सांसद रहे बिश्नोई पार्टी से पहले से ही नाराज चल रहे थे. इस साल की शुरुआत में उन्हें कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख पद पर नियुक्त न किए जाने के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए थे.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई दूसरी बार कांग्रेस से नाता तोड़ रहे हैं. पार्टी से अलग होने के बाद करीब छह साल पहले ही वह दोबारा कांग्रेस से जुड़े थे.
वर्ष 2005 में राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बिश्नोई और उनके पिता भजनलाल ने 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) बनाई थी. हजकां ने बाद में भाजपा और दो अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हरियाणा में साथ लड़ा था. हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट गया था.