वीर सावरकर के पौत्र रणजीत सावरकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने ये शिकायत राहुल गांधी के उस बयान को लेकर दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने सावरकर पर कई तरह के आरोप लगाए थे. रणजीत सावरकर ने मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है.
इसके अलावा बीजेपी ने भी राहुल गांधी पर हमला किया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि राहुल गांधी ने जो सावरकर पर बयानबाजी की है वो अशोभनीय हैं.
राहुल गांधी को लगता है कि केवल गांधी परिवार ही इस देश के स्वतंत्रता सेनानी है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश को तोड़ रहे हैं. उनकी मानसिकता भारत को जोड़ने की नहीं बल्कि उसे तोड़ने की है. उन्हें अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए.
क्या कहा राहुल गांधी ने?
दरअसल, गुरुवार, 17 नंवबर 2022 को राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के समय कहा कि वीर सावरकर ने आजादी की लड़ाई के समय जेल की सजा से छूट पाने के लिए अंग्रेजों को माफीनामा लिखकर दिया था. साथ ही वीर सावरकर ने अंग्रेजों से 60 रुपये पेंशन भी ली थी. राहुल गांधी के इसी बयान के बाद राज्य में राहुल गांधी के खिलाफ माहौल गरमा गया है. वीर सावरकर के पौत्र रणजीत सावरकर ने कहा कि राहुल गांधी के इस बयान से वीर सावरकर की बदनामी हुई है.
राहुल गांधी का पूरा बयान
उन्होंने एक डॉक्यूमेंट दिखाते हुए उसे सावरकर की चिट्ठी बताया और उसकी आखिरी लाइन पढ़कर सुनाया. कांग्रेस नेता ने अंग्रेजी में पढ़कर हिंदी में दोहराया, ‘सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘यह मैंने नहीं कहा, सावरकर जी ने लिखा है. इसे फडणवीस जी भी देखना चाहें तो देख सकते हैं. विनायक दामोदर सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की थी.’
कुछ देर बाद वही चिट्ठी लहराते हुए उन्होंने कहा कि जब सावरकर जी ने यह चिट्ठी साइन की… गांधी जी, नेहरू, पटेल जी सालों जेल में रहे थे, कोई चिट्ठी साइन नहीं की. मेरा कहना है कि सावरकर जी को यह चिट्ठी क्यों साइन करनी पड़ी? इसका कारण डर है. अगर वह डरते नहीं तो इस पर साइन नहीं करते. ऐसा कर उन्होंने गांधी, नेहरू, पटेल सबको धोखा दिया. ये दो अलग विचारधाराएं थीं.