झारखंड में चंपई सोरेन की सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. रांची की पीएमएलए कोर्ट ने हेमंत सोरेन को नई सरकार के फ्लोर टेस्ट में शामिल होने अनुमति दे दी है. अब हेमेंत सोरेन 5 फरवरी को चंपई सरकार के फ्लोर टेस्ट में हिस्सा ले सकेंगे.
आपको बता दें कि हेमेंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने कथित लैंड स्कैम से जुड़े मंनी लॉन्ड्रिंग केस में 31 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद हेमंत सोरेन को राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. झारखंड में दो दिनों तक चले सियासी घमासान के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और हेमंत सोरेन के करीबी माने जाने वाले चंपई सोरेन को नए मुख्यमंत्री की शपथ दिलवाई गई. अब चंपई को 5 फरवरी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है. ऐसे में हेमंत को कोर्ट की अनुमति मिलना चंपई सोरेन के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्च ने जानकारी देते हुए बताया कि कोर्ट ने हेमंत सोरेन को फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने की अनुमति दे दी है. उन्होंने कहा कि हेमंत अब बजट में भी हिस्सा ले सकेंगे. उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने हेमंत सोरेन की अनुमति में रोडा अटकाना चाहा था लेकिन ईडी कानून से ऊपर नहीं है. जेएमएम महासचिव ने का कि हम 5 फरवरी को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेंगे.
विधायकों में कोई टूट नहीं है कोई कहीं नहीं जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी समेत कई दलों ने महागठबंधन के तहत सरकार बनाई है. चंपई सोरेन गठबंधन की तरह से विधायकदल के नेता चुने गए हैं और मुख्यमंत्री बने हैं. गठबंधन के पास 81 सदस्यीय विधानसभा में से 47 विधायक हैं.