मुंबई| महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. बालासाहेब थोरात ने स्पष्ट रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ काम करने से इनकार कर दिया है. महाराष्ट्र कांग्रेस में फिलहाल आपसे गुटबाजी चरम पर है. प्रदेश में महाराष्ट्र कांग्रेस में नाना पटोले के खिलाफ विरोध के स्वर तेजी से उठने लगे हैं. इसी कड़ी में महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
इससे पूर्व बालासाहेब थोरात ने पार्टी के आलाकमान को पत्र लिखकर नाना पटोले के खिलाफ शिकायत की थी. उन्होंने पत्र में यह भी लिखा था कि अब पार्टी में नाना पटोले के साथ काम करना मुश्किल हो रहा है. पार्टी की अंदरूनी लड़ाई तब उजागर हुई जब बालासाहेब थोराट के बहनोई और नासिक के तत्कालीन एमएलसी सुधीर तांबे ने कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार होने के बावजूद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और अपने बेटे सत्यजीत तांबे को निर्दलीय चुनाव लड़वाया.
दो फरवरी को परिणाम सामने आए तो सत्यजीत तांबे चुनाव जीत गए. इस जीत के साथ ही कांग्रेस को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. वहीं इस पूरे मामले में बालासाहेब थोराट की चुप्पी को पिता-पुत्र की जोड़े के मौन समर्थन के तौर पर देखा गया. हालांकि थोराट ने सत्यजीत तांबे के चुनावी अभियान में हिस्सा नहीं लिया. लेकिन उनके कई रिश्तेदार शामिल थे. वहीं कांग्रेस पार्टी सुधीर तांबे और सत्यजीत तांबे को पार्टी से निलंबित कर दिया है.