पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की नेता स्मृति ईरानी को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल स्मृति ईरानी इस बार लोकसभा चुनाव हार गईं. अमेठी से उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार किशोरीलाल शर्मा ने भारी मतों से हराया था. इसके बाद से माना जा रहा था कि स्मृति ईरानी को पार्टी में अलग-थलग कर दिया गया है.
क्योंकि मोदी कैबिनेट से भी उनकी छुट्टी हो गई थी. लेकिन इस बीच एक बार स्मृति ईरानी सक्रिय नजर आ रही हैं. खास बात यह है कि उनकी सक्रियता बढ़ी है राजधानी दिल्ली में. जी हां स्मृति ईरानी इन दिनों राजधानी की राजनीति में एक्टिव नजर आ रही हैं.
एक बार पहले भी स्मृति ईरानी को एक खास टारगेट मिला था. ये टारगेट था राहुल गांधी को कांग्रेस की पारंपरिक सीट अमेठी में हराना. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने इस काम को बखूबी निभाया और राहुल गांधी अमेठी से हार मुंह देखना पड़ा.
लिहाजा अचानक पार्टी में स्मृति ईरानी का कद भी ऊंचा हो गया. लेकिन बीते आम चुनाव में स्मृति का यह जादू नहीं चला और स्मृति ईरानी अपने ही संसदीय क्षेत्र में हार गईं.
बहरहाल उन्हें अब पार्टी ने एक नई भूमिका दे दी है. दिल्ली में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होना है. यही कारण है कि अभी से राजनीतिक दल यहां सक्रियता बढ़ा रहे हैं.
इसके लिए बीजेपी ने अब अपनी भरोसेमंद नेता स्मृति ईरानी को नया रोल दिया है. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने स्मृति ईरानी को दिल्ली में एक खास एजेंडे के तहत अपनी तैयारी करने के लिए कहा है.
अटकलें हैं कि स्मृति ईरानी यहां आम आदमी पार्टी के खिलाफ बीजेपी के किले को मजबूत करने का काम करेंगी. आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जमीन तैयार करने के लिए स्मृति ईरानी ने अभी से जोर लगाना शुरू कर दिया है. बीजेपी के सदस्यता अभियान के तहत बीजेपी यहां घर-घर जाकर लोगों को बीजेपी के कामों और पार्टी की सदस्यता लेने के लिए प्रेरित भी कर रही हैं.
बता दें कि बीजेपी का सदस्यता अभियान 2 सितंबर से शुरू हो चुका है. तभी से पार्टी के बड़े-बड़े नेता अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को बीजेपी से जोड़ने की कवायद में जुटे हैं.
स्मृति ईरानी को दिल्ली बीजेपी की 14 जिला इकाइयों में से 7 में सदस्यता अभियान की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी है.यही नहीं इससे पहले भी स्मृति ईरानी ने सदस्यता अभियान के तहत दिल्ली बीजेपी की तीन दिवसीय संगठनात्मक यात्रा की. इस दौरान उन्होंने कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और शाहदरा, करोलबाग से लेकर नई दिल्ली में भी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित किया.