बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जमीन के बदले नौकरी के घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुईं. राबड़ी देवी गुरुवार को करीब 11.30 बजे ईडी ऑफिस पहुंचीं. इस मामले में ईडी उनसे पूछताछ करेगी.
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जमीन के बदले नौकरी के कथित घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुईं. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी 68 वर्षीय राबड़ी देवी इस मामले में धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत अपना बयान दर्ज करा रही हैं. लालू के पुत्र बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सांसद बेटी मीसा भारती से हाल के दिनों में संघीय एजेंसी ने इस मामले में पूछताछ की है.
धन शोधन का मामला सीबीआई की प्राथमिकी से निकला है. ईडी ने कुछ समय पहले इस मामले में छापेमारी की थी और एक करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की थी और अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये की आय का पता लगाया था. कथित घोटाला उस वक्त हुआ था जब लालू प्रसाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)
एजेंसियों का आरोप है कि 2004-09 की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह ‘डी’ के पदों पर विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया और इसके बदले संबंधित व्यक्तियों ने अपनी जमीन लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को हस्तांतरित की थी.
इससे पहले इस मामले की जांच के सिलसिले में सीबीआई ने लालू परिवार के सभी सदस्यों के नाम से खरीदी गई संपत्ति का ब्योरा मांगा था. लालू परिवार को 2004 से 2009 तक का संपत्ति का ब्यौरा देना होगा. उनकी बेटी और दामाद को भी संपत्ति का ब्यौरा देना होगा.
बता दें कि साल 2004 से 2009 तक तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद, मंत्री तेजप्रताप और मीसा भारती समेत लालू की सभी सात बेटियों के नाम से खरीदी, गिफ्ट की गई या लीज पर दी गई अचल संपत्ति का विवरण मांगा गया है.