झारखंड पुलिस ने बीजेपी के लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटों, सांसद मनोज तिवारी, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, देवघर हवाई अड्डे के निदेशक समेत 9 लोगों के खिलाफ कथित तौर पर 31 अगस्त को देवघर हवाई अड्डे से टेक-ऑफ के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल से ‘बलपूर्वक’ मंजूरी लेने के लिए एफआईआर दर्ज की है. बता दें कि देवघर एयरपोर्ट पर ‘नाइट टेक-ऑफ या लैंडिंग की सुविधा’ नहीं है.
सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद की शिकायत पर 1 सितंबर को कुंडा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में कहा गया था कि इन सभी व्यक्तियों ने एटीसी में प्रवेश करके सभी ‘सुरक्षा मानकों’ का उल्लंघन किया और अधिकारियों पर टेक-ऑफ करने के लिए दबाव डाला.
वहीं एफआईआर दर्ज होने के बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुब ने कहा कि झारखंड प्रशासन एयरपोर्ट को बंद कर देना चाहती है, इसलिए नाइट लैंडिंग फैसिलिटी के लिए एक्शन नहीं लिया जा रहा है.
कुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने कहा कि बीजेपी के दोनों लोकसभा सांसदों निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी के साथ हवाई अड्डे के निदेशक समेत नौ लोगों पर आईपीसी की धारा 336, 447, 448 के तहत मामला दर्ज किया गया है. देवघर डीसी ने प्रधान सचिव, कैबिनेट-समन्वय (नागरिक उड्डयन), झारखंड को दो सितंबर को लिखे पत्र में पूरा मामला बताते हुए बताया कि विमान में सवार होने के बाद पायलट विमान से बाहर आया और एटीसी की ओर चलने लगा.
31 अगस्त को स्थानीय सूर्यास्त का समय 18.03 था. हवाई सेवाएं 17.30 बजे तक संचालित की जानी थी. दुबे और अन्य एटीसी के अंदर आ गए. सुरक्षा प्रभारी ने कहा कि पायलट और यात्री उड़ान भरने के लिए मंजूरी के लिए दबाव बना रहे थे, जिसे दे दिया गया.