दिल्ली का पहला एग्जिट पोल आ गया है. मैट्राइज एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी की सरकार बन सकती है. उसे 37 सीटें मिल सकती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 33 सीटें मिलने का अनुमान है. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं पोल ऑफ पोल में बीजेपी को 38 सीटें मिलने का अनुमान जताया है. आम आदमी पार्टी को 31 सीटें मिलती दिख रही है.
चाणक्य स्ट्रेटजीस के एग्जिट पोल में किसकी जीत?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में चाणक्य स्ट्रेटजीस के एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी को 39 से 44 और आप को 25 से 28 और कांग्रेस को 2 से तीन सीटें मिलने का अनुमान है. व
दिल्ली सट्टा बाजार के चौंकाने वाले आंकड़े
दिल्ली सट्टा बाजार के मुताबिक दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 38 से 40 सीटें, बीजेपी को 30 से 32 जबकि कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नहीं दिखाई दे रही है.
दिल्ली में 5 बजे तक कितनी वोटिंग?
चुनाव आयोग के मुताबिक दिल्ली में शाम पांच बजे तक 57. 70 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. इसमें सबसे ज्यादा वोट मुस्तफाबाद सीट पर डाले गए हैं. अब दिल्ली में मतदान का समय खत्म हो गया है.
बुधवार को सुबह सात बजे से 1.56 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने वोट का इस्तेमाल किया. सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में 13,766 मतदान केंद्रों पर मतदान किया गया, जिसमें 699 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. इसके अलावा, ‘घर से मतदान’ सुविधा के तहत 7,553 पात्र मतदाताओं में से 6,980 मतदाता पहले ही अपने वोट डाल चुके हैं.
इससे पहले सोमवार (3 फरवरी) शाम छह बजे आधिकारिक रूप से समाप्त हुए चुनाव प्रचार में तीन मुख्य दावेदारों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली. आप ने अपने शासन मॉडल पर ध्यान केंद्रित किया और अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी ने पूरे शहर में रैलियां की.
दिग्गजों ने किया प्रचार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे दिग्गजों के नेतृत्व में बीजेपी ने भ्रष्टाचार के आरोपों और कानून-व्यवस्था के मुद्दों को लेकर आप पर निशाना साधा. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने भी जोरदार प्रचार किया और विभिन्न मुद्दों पर आप और बीजेपी दोनों पर हमला बोला.
चुनाव में ये मुद्दे रहे हावी
चुनाव प्रचार के दौरान ‘शीश महल’ विवाद, यमुना के पानी की गुणवत्ता, शासन, कानून-व्यवस्था, महिला कल्याण और मतदाता सूची से छेड़छाड़ के आरोप जैसे मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया गया. चुनाव पूर्व वादों में मुफ्त में सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का मुद्दा भी हावी रहा.
सियासी दलों ने किए ये वादे
आम आदमी पार्टी ने छात्रों के लिए मुफ्त बस यात्रा, ऑटो और टैक्सी चालकों के लिए बीमा और मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा किया है. दूसरी तरफ, बीजेपी ने गर्भवती महिलाओं के लिए 21,000 रुपये की वित्तीय सहायता और 500 रुपये में सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा किया है, जबकि कांग्रेस ने 8,500 रुपये का मासिक बेरोजगारी भत्ता देने की प्रतिबद्धता जताई है.
8 फरवरी को नतीजे
आठ फरवरी को आने वाले चुनाव परिणामों से साफ होगा कि क्या आम आदमी पार्टी अपनी सरकार बरकरार रख पाती है, बीजेपी अपनी हार का सिलसिला तोड़ पाती है या कांग्रेस कोई चौंकाने वाला नतीजा दे पाती है.