देश में अब तक 14 प्रधानमंत्री हुए हैं. इनमें तीन गांधी परिवार से प्रधानमंत्री रहे हैं. बाकी सभी गैर गांधी परिवार के प्रधानमंत्री या उप प्रधानमंत्री हुए हैं. आज सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों और उप प्रधानमंत्रियों में से गांधी परिवार को छोड़कर सभी के परिवार का कोई ना कोई सदस्य बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा हैं. इसमें राहुल गांधी विपक्ष के सबसे बड़े नेता के तौर पर जाने जाते हैं.
इसलिए सत्तापक्ष के निशाने पर एक ही परिवार रहता है. बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का निशाना सिर्फ और सिर्फ नेहरू गांधी परिवार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवारवाद पर हमला करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते. चाहें संसद में बोलना हो या फिर चुनावी सभा में. सत्तारूढ़ बीजेपी वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ाई को अपना मुख्य मुद्दा बनाया है.
हाल ही में एनडीए के साथ रणजीत चौटाला भी आ गए हैं. रणजीत चौटाला पूर्व डिप्टी पीएम देवी लाल के बेटे हैं. पिछले दिनों वह हिसार संसदीय सीट से तुरंत टिकट पाने के लिए रविवार को भाजपा में शामिल हो गए. इससे कुछ दिन पहले पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी भी इंडिया गठबंधन को अलविदा कहकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी के साथ जुड़ गए थे.
आज हम आपको बताएंगे कि अभी तक कितने पूर्व पीएम या विपक्षी दलों के परिवार के सदस्य एनडीए में शामिल हुए हैं. सबसे पहले बात पूर्व प्रधानमंत्री चंद्र शेखर के बेटे नीरज शेखर की करते हैं. नीरज शेखर पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ गए थे. नीरज शेखर इस समय राज्यसभा के सदस्य हैं. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा जेडी (एस) भी एनडीए में आ चुके हैं.
इनके अलावा दो गैर-गांधी प्रधानमंत्रियों लाल बहादुर शास्त्री और पी वी नरसिम्हा राव के परिवार के सदस्य भी एनडीए का हिस्सा बन चुके हैं. कभी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जनता दल (सेक्युलर) भी एनडीए का हिस्सा है. हाल ही में उनके देवगौड़ा के बेटे और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी एनडीए गठबंधन में शामिल हुए हैं. जबकि लाल बहादुर शास्त्री के पोते-पोतियों में से सुमन सिंह के बेटे सिद्धार्थ नाथ सिंह भाजपा के एक अहम चेहरा हैं. हाल ही में आंध्र प्रदेश में चुनाव के सह-प्रभारी के रूप में सिद्धार्थ नाथ सिंह की नियुक्ति पार्टी के भीतर उनके बढ़ते सियासी कद को दर्शाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार परिवारवाद और वंशवाद पर हमला करते रहते हैं. मोदी लगातार गांधी परिवार पर हमलावर रहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि विपक्ष ने अपने परिवार को बढ़ाने के लिए देश का दांव पर लगा दिया है, जबकि उन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया. पिछले दिनों तेलंगाना में उन्होंने कहा कि कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के साझेदार उन्हें और उनके परिवार को गाली दे रहे हैं, क्योंकि वह पारिवारिक पार्टियों के खिलाफ बोलते हैं और जम्मू-कश्मीर से लेकर दक्षिण तक उनके घोटालों को उजागर किया था.