महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अजित पवार की एनसीपी ने चुनावी विज्ञापन बनाया था. यह टीवी के लिए बनाया गया था जिसका शीर्षक ‘अता घड्यालचे बातल दबनार, सर्वन्ना संगनार’ रखा गया था. अब इस विज्ञापन को महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन कार्य़ालय ने खारिज कर दिया है.
मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने विज्ञापन की कुछ बातों पर आपत्ति जताई है और मंजूरी से पहले उन्हें हटाने के लिए कहा है. महाराष्ट्र मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने अजित पवार की एनसीपी के टीवी विज्ञापन को मंजूरी देने से इनकार करते हुए कुछ सुझाव भी दिया है. एनसीपी ने भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार स्टेट लेवल सर्टिफिकेशन कमिटी को अपना विज्ञापन मंजूरी के लिए भेजा था.
एनसीपी ने चुनाव प्रचार के लिए अपने टीवी एड को प्री-सर्टिफिकेशन दिलाने के लिए आवेदन डाला था. निर्वाचन आयोग ने उस हिस्से पर आपत्ति जताई है जिसमें वीडियो एक महिला व्यंग्यात्मक लहजे में अपने पति से कहती है, ”अब आप एनसीपी को भी वही वोट देंगे नहीं तो मैं आपको रात में खाना नहीं दूंगी.” निर्वाचन आयोग ने इस हिस्से पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि किसी खास पार्टी को वोट ना देने पर कोई किसी को खाना देने से इनकार नहीं कर सकता.
निर्वाचन आयोग ने इस विज्ञापन के संवाद को ‘पति को पत्नी की धमकी’ के रूप में देखा है. निर्वाचन आयोग ने एनसीपी से कहा है कि वह अपने वीडियो से उस हिस्से को हटा दे तभी उसे रिलीज करने मंजूरी दी जाएगी. महाराष्ट्र में राजनीतिक पार्टियां अपने विरोधियों पर हमला करने के लिए कैम्पेन एड जारी कर रही हैं जो कि सुर्खियां बना रहा है. महाराष्ट्र में अब प्रचार के लिए एक दिन का समय शेष रह गया है क्योंकि 20 नवंबर को मतदान कराए जाने हैं.