समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की विरासत अब उनकी बहू डिंपल यादव संभालेंगी क्योंकि उन्होंने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार को 288461 वोटों से हरा दिया है.
मैनपुरी की लोकसभा उपचुनाव में प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव की जसवंतनगर सीट से जिस तरह से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए वोटों की बारिश हुई, उसका परिणाम यह है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का विलय समाजवादी पार्टी में हो गया. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं.
दरअसल, शिवपाल के भतीजे और जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक उर्फ अंशुल यादव ने उनकी गाड़ी से प्रसपा झंडा निकालकर सपा का झंडा लगा दिया. फ़िलहाल शिवपाल यादव की तरफ से इस बात का औपचारिक ऐलान होना अभी बाकी है.
मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई है. मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र सपा का गढ़ माना जाता है. सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को कुल 617625 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह को 329489 वोट हासिल हुए और इस तरह से डिंपल यादव ने भाजपा प्रत्याशी को 288136 वोटों से शिकस्त दे दी.
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हुए मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में वोटों की गिनती गुरुवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई थी. शुरुआती रुझान में ही सपा की डिंपल यादव बीजेपी के रघुराज सिंह शाक्य से आगे निकल गई थीं और उन्होंने अंत तक यह बढ़त बनाए रखी.
मुलायम की विरासत को बचाने के लिए उनकी बहू और सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं तो बीजेपी ने मैनपुरी में भगवा फहराने के लिए रघुराज सिंह शाक्य पर दांव चला है. 5 तारीख को हुए मतदान में कुल 53 फीसदी वोटिंग हुई. मैनपुरी उपचुनाव में सबसे ज्यादा करहल विधानसभा क्षेत्र के 34 राउंड में वोटों की गिनती हुई. मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं. मैनपुरी की चार विधानसभाओं के अलावा इटावा की जसवंतनगर विधानसभा इसमें शामिल है.