दिल्ली में चल रहे सियासी मंच पर चल रहे दंगल में बुधवार को कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद के पद त्यागने और पार्टी से अलग होने से सियासी समीकरण में नए तेवर आए हैं। अरविंद केजरीवाल के जेल जाने से पार्टियों के बीच शहर और मात का खेल तेज हो रहा है, जिससे राजनीतिक समर्थन में उलझनें भी बढ़ रही हैं।
बताया जा रहा है कि अपने मंत्री के इस्तीफे और उनके अनुसूचित जाति की अनदेखी करने के आरोपों से बचाव कर पाना आप के लिए आसान नहीं होगा। इसने भाजपा के आप पर हमलावर होने की नई जमीन तैयार की है। इसमें फिर से राजनीतिक नैतिकता का सवाल भी आप के सामने खड़ा होगा।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद के इस्तीफे से साबित हो गया है कि भाजपा ने केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए आपको खत्म करने की कोशिश की है।