दिल्ली|चार दिसंबर को होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए बीजेपी,आम आदमी पार्टी और कांग्रेस कमर कस कर तैयार हैं. निगम चुनाव में फतह हासिल करने के लिए तीनों राजनीतिक दल एक दूसरे के ऊपर आरोप लगा रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच बड़ी खबर आप के विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी के रिश्तेदार से जुड़ी है.
दिल्ली के एंटी करप्शन ब्रांच ने उनके साले समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आप कार्यकर्ता शोभा खारी ने पार्षद के लिए टिकट की मांग की थी. विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के रिश्तेदार पर आरोप है कि उन्होंने 90 लाख रुपये की मांग की थी.
शोभा खारी के पति गोपाल खारी( शिकायतकर्ता) का कहना है कि उन्होंने अखिलेश पति त्रिपाठी को 35 लाख और वजीरपुर के विधायक राजेश गुप्ता को 20 लाख रुपए रिश्वत के तौर पर दिए थे.
एंटी करप्शन ब्रांच की कार्रवाई के बाद सियासत गरमा गई है. बीजेपी का कहना है कि यही आप की भ्रष्टाचार खत्म करो का नारा है. आप के मुखिया भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की बात करते हैं. हकीकत में टिकट के लिए रिश्वत मांगी जा रही है.
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए हर एक दिन बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे पर हमलावर हैं. बीजेपी ने जहां एक तरफ कूड़े के पहाड़ को खत्म करने का वादा किया है तो आप ने तंज कसते हुए कहा था कि 15 साल तो बीत गए बीजेपी के लोग कूड़ा हटाते रहे गए.
बीजेपी के घोषणा पत्र के जवाब में आम आदमी पार्टी ने 10 गारंटी की घोषणा की है. आप का कहना है कि दिल्ली नगर निगम को वे बीजेपी के चंगुल से आजाद कराएंगे. दिल्ली की जनता जिस तरह अरविंद केजरीवाल के कामकाज से खुश है, ठीक वैसे ही दिल्ली नगर निगम में राज स्थापित होने के बाद आम लोग बिना किसी बाधा तक निगम के दफ्तरों की तरफ रुख कर सकेंगे.