दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन पर ईडी की तरफ से छापा पड़ा था, जो कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में था। इस घटना ने राजनीतिक दालों में उथल-पुथल मचा दी है। राजकुमार आनंद के घर पर हुई छापेमारी ने इस मामले की गंभीरता को और भी बढ़ा दिया है। उन्हें इस मामले से जुड़े और भी कई सवालों का सामना करना पड़ सकता है।
राजकुमार आनंद ने इस्तीफे पर अपनी बात साफ की, उन्होंने कहा कि उनका कनेक्शन अरविंद केजरीवाल के साथ तब हुआ था जब उन्होंने वादा किया था कि राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा, लेकिन वादा तो रह गया, राजनीति बदली नहीं, पर राजनेता बदल गए।
साथ ही उन्होंने कहा कि उनके लिए आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार से लड़ने का संकल्प था, लेकिन आज वही पार्टी भ्रष्टाचार में फंस गई है। उन्हें ऐसी पार्टी का हिस्सा नहीं बनना था जो पीछे हटती है, उन्हें समाज के बदलाव का सहारा बनाना था। दलित प्रतिनिधित्व की बात हो रही हो, तो उनका संलग्नता किसी भी पार्टी में नहीं है।