क्या महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार संकट में है? क्या सत्ताधारी शिवसेना के एक बड़े मंत्री और करीब एक दर्जन विधायकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत कर दी है? क्या महाराष्ट्र की सत्ता में बीजेपी की वापसी हो सकती है? ये कुछ सवाल हैं, जो इस वक्त महाराष्ट्र की सियासत में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं.
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनावों में पर्याप्त नंबर न होने के बावजूद भाजपा के 5 उम्मीदवारों की जीत और उसके बाद शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे समेत तमाम विधायकों के ‘लापता’ होने से सियासी उथल-पुथल तेज हो गई है. कहा तो यहां तक जा रहा है कि शिंदे के साथ 25 विधायक हैं. आइए बताते हैं कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने या बने रहने के लिए मैजिक नंबर क्या है और ‘गायब’ विधायक अगर मन बदलते हैं तो उद्धव ठाकरे सरकार का क्या होगा.
महाराष्ट्र की सियासत में हलचल सोमवार को ही शुरू हो गई थी, जब विधान परिषद की 10 सीटों के लिए हुए चुनावों में बीजेपी 5 सीट जीतने में कामयाब रही. एनसीपी और शिवसेना को 2-2 सीटें मिलीं, वहीं कांग्रेस के खाते में एक ही सीट आई. बीजेपी के पास पर्याप्त नंबर नहीं थे, इसके बावजूद 5 सीटों पर उसके उम्मीदवार जीत गए.
साफ है कि बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग हुई थी. महाराष्ट्र की सत्तासीन महाविकास अघाड़ी सरकार इस झटके की गुणा-गणित समझने में लगी ही थी, कि एक और तगड़ा झटका उसे लगा. महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे करीब 10 विधायकों के साथ ‘संपर्क’ से बाहर हो गए. कहा जा रहा है कि वे गुजरात के सूरत में एक लग्जरी होटल में ठहरे हुए हैं. सूरत के इस होटल के बाहर पुलिस के तगड़े बंदोबस्त कर दिए गए हैं.
शिंदे के साथ 25 विधायक होने की चर्चा
मीडिया रिपोर्टस में सूत्रों के हवाले से यहां तक कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के साथ करीब 25 विधायक हैं. मीडिया में इन विधायकों के नामों की लिस्ट भी चल रही है. जिन विधायकों के शिंदे के साथ होने की बात कही जा रहा है, उनमें शामिल हैं- 1. अब्दुल सत्तार राज्य मंत्री, सिलोड, औरंगाबाद 2. शंबुराजे देसाई, राज्य मंत्री, सतारा पाटन 3. प्रकाश अबितकर, कोल्हापुर 4. संजय राठौड़, यवतमाल 5. संजय रायमुलकर, मेहकर, 6. संजय गायकवाड़, बुलढाणा 7. महेंद्र दलवी 8. विश्वनाथ भोईर, कल्याण, ठाणे 9. भरत गोगवाले, महाड रायगढ़ 10. संदीपन भुमरे, राज्य मंत्री 11. प्रताप सरनाइक, मजीवाड़ा, ठाणे 12. शाहजी पाटिल 13. तानाजी सावंत 14. शांताराम मोरे 15. श्रीनिवास वनगा 16. संजय शीर्षसत 17. अनिल बाबर 18. बालाजी किन्निकर 19. यामिनी जाधव 20. किशोर पाटिल 21. गुलाबराव पाटिल 22. रमेश बोरानारे 23. उदय राजपूत.
बीजेपी के संपर्क में ‘बागी’ विधायक?
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि शिंदे और अन्य ‘बागी’ विधायक गुजरात बीजेपी के प्रमुख सीआर पाटिल के संपर्क में हैं. सूरत पहुंचने के बाद कई विधायकों ने पाटिल से मुलाकात भी की थी. हालात की गंभीरता देख महाराष्ट्र की सत्ताधारी पार्टियां भी सक्रिय हो गई हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना विधायकों की अर्जेंट बैठक बुला ली है. सूत्रों के अनुसार, सभी विधायकों से बैठक में मौजूद रहने को कहा गया है.
मैजिक नंबर किसके पास?
-महाराष्ट्र विधानसभा में कुल सीटें 288 हैं. इसका मतलब, किसी को भी बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 144 विधायकों की जरूरत होगी. तभी वो सत्ताधारी गठबंधन को चुनौती दे सकता है.
-एक सीट शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन की वजह से खाली है. एनसीपी के दो विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक इन दिनों जेल में हैं. कोर्ट ने उन्हें चुनाव में वोट देने तक की इजाजत नहीं दी थी.
-विधानसभा चुनावों में शिवसेना के 55 विधायक जीतकर आए. वहीं एनसीपी के 53 और कांग्रेस के विधायकों की संख्या 44 है. इनके दम पर उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं.
-बहुजन विकास अघाड़ी के 3, समाजवादी पार्टी, AIMIM, प्रखर जनशक्ति पार्टी के 2-2 विधायक हैं. एमएनएस, सीपीएम, पीडब्लूपी, स्वाभिमान पार्टी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, जनसुराज शक्ति पार्टी, क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के 1-1 विधायक हैं. इनके अलावा 13 विधायक निर्दलीय हैं.
-एक सीट शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन की वजह से खाली है. एनसीपी के दो विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक इन दिनों जेल में हैं. कोर्ट ने उन्हें चुनाव में वोट देने तक की इजाजत नहीं दी थी.
-विधानसभा चुनावों में शिवसेना के 55 विधायक जीतकर आए. वहीं एनसीपी के 53 और कांग्रेस के विधायकों की संख्या 44 है. इनके दम पर उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं.
-बहुजन विकास अघाड़ी के 3, समाजवादी पार्टी, AIMIM, प्रखर जनशक्ति पार्टी के 2-2 विधायक हैं. एमएनएस, सीपीएम, पीडब्लूपी, स्वाभिमान पार्टी, राष्ट्रीय समाज पक्ष, जनसुराज शक्ति पार्टी, क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के 1-1 विधायक हैं. इनके अलावा 13 विधायक निर्दलीय हैं.
-बीजेपी के पास 106 विधायक हैं. उसे करीब एक दर्जन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन बताया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स में शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे के साथ करीब 25 विधायक बताए जा रहे हैं. अगर ये सभी भाजपा को सपोर्ट कर देते हैं तो बीजेपी आराम से मैजिक नंबर तक पहुंच जाएगी.
साभार-न्यूज 18