आम चुनाव 2024 में वक्त है. लेकिन उससे पहले सियासी पिच पर बैटिंग शुरू हो चुकी है. एक तरफ नीतीश कुमार विपक्ष के नेताओं से मिल रहे हैं तो दूसरी तरफ कन्याकुमारी से राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर है. इस यात्रा को कांग्रेस नफरत को खत्म करने की कोशिश के तौर पर देख रही है.
लेकिन असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा का कहना है कि सच तो यह कि इस तरह की यात्रा 1947 में होनी चाहिए. इसके साथ ही वो कहते हैं जिस पद यानी पीएम के पद का सपना तो सपना ही रह जाएगा. हिमंता के इस तरह के बयान के बाद कांग्रेस ने उनके ही पूराने ट्वीट का हवाला देते हुए कहा कि हिमंता भी सोचते थे कि सही समय आएगा जब राहुल गांधी पीएम बन जाएंगे.
2010 का ट्वीट कांग्रेस ने किया साझा
कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने हिमंत के 2010 के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया और पीएम मोदी से पूछा कि हिमंत बिस्वा किसे धोखा दे रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि उनसे सावधान रहें. मैं जानता हूं कि आप उन्हें धोखा नहीं देने देंगे. 2010 के ट्वीट में जिसे हटाया नहीं गया है, हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा कि राहुल गांधी उचित समय में हमारे देश के प्रधान मंत्री होंगे. फिर हमारा AASU नई दिल्ली में उनसे मिलने के लिए उनकी नियुक्ति की मांग करेगा.
हिमंता बिस्वा सरमा ने 2015 में कांग्रेस छोड़ दी थी और 2016 में असम में भाजपा को जीत दिलाई. जब उन्होंने पार्टी छोड़ी, तो उन्होंने राहुल गांधी पर दोष मढ़ा था. उन्होंने राहुल गांधी के साथ एक बैठक का जिक्र किया जहां राहुल कथित तौर पर अपने कुत्ते पिडी के साथ खेलने में व्यस्त थे जबकि वो उनका इंतजार कर रहे थे.
हिमंता ने आरोप लगाया कि जिस थाली से कुत्ता खा रहा था उसी थाली से बिस्कुट दिए गए.हिमंत बिस्वा ने राहुल गांधी के खिलाफ अपना तीखा हमला जारी रखा क्योंकि इस साल की शुरुआत में उन्होंने सवाल किया था कि क्या भाजपा ने कभी राहुल गांधी से राजीव गांधी के बेटे होने का सबूत मांगा था. यह राहुल गांधी द्वारा 2016 में पाकिस्तान में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में हवाई हमले के सबूत मांगने के संदर्भ में था.