बुधवार (26 अक्टूबर) को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्टीयरिंग कमेटी का ऐलान किया है. पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राहुल गांधी समेत सीडब्ल्यूसी के तकरीबन सभी सदस्यों को स्टीयरिंग कमेटी में शामिल किया गया है. कांग्रेस के फैसले लेने वालीकमेटी सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य थे.
खरगे के अध्यक्ष की कमान संभालने के तुरंत बाद परंपरा के मुताबिक सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों ने उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. परंपरा के मुताबिक नए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के बाद सीडब्ल्यूसी भंग कर दी जाती है और पार्टी के कामकाज के संचालन के लिए सीडब्ल्यूसी की जगह स्टीयरिंग कमेटी बनाई जाती है. एआईसीसी महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल ने कहा, “सभी सीडब्ल्यूसी सदस्यों, एआईसीसी महासचिवों और प्रभारी ने कांग्रेस अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार (26 अक्टूबर) को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में दिल्ली में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में आधिकारिक तौर पर पार्टी अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला. कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने शशि थरूर को हराने वाले खड़गे को चुनाव प्रमाण पत्र सौंपा. सोनिया गांधी की जगह लेने वाले खरगे ने कहा कि कांग्रेस की विरासत को आगे बढ़ाना गर्व की बात है.
उन्होंने गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 29 अक्टूबर को गुजरात दौरे पर जाएंगे. खरगे दक्षिण गुजरात के नवसारी में जनसभा को संबोधित करेंगे.
गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की तीन बैठकें हो चुकी हैं. कांग्रेस गुजरात में बीजेपी सरकार को हटाने की कोशिश कर रही है और आम आदमी पार्टी से भी चुनौती का सामना कर रही है जो राज्य में खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रही है. गुजरात में बीजेपी 1998 से लगातार सत्ता में है. गुजरात में विधानसभा चुनाव साल के अंत से पहले होंगे.