कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल को संसद के बजट सत्र से निलंबित किए जाने पर पीयूष गोयल ने कहा की पीएम मोदी की स्पीच का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर डालना आपत्तिजनक था. मामले में विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक रजनी को सस्पेंड किया गया है.
राज्यसभा में बजट के दौरान सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कल जिस तरह से कुछ सांसदों ने सदन के अंदर वीडियो बनाया वह बेहद आपत्तिजनक था. ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह मेरे संज्ञान में आया है. मैंने इसको गंभीरता से लिया है. इस सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए जरूरी है कि कार्रवाई हो. वह भी तब जब शुरुआती तौर पर हमारे पास सबूत है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ”बिना जांच के किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. सांसद रजनी पाटिल को सस्पेंड दबाव में किया गया है.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर हो रही चर्चा पर जवाब दे रहे थे. इस दौरान सदन में विपक्षी दलों के नेताओं ने नारेबाजी करते हुए हंगामा किया. इसका वीडियो बनाकर पाटिल ने सोशल मीडिया पर शेयर कर इसे वायरल करवाया.
मामला क्या है?
पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में गुरुवार (9 फरवरी) को कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों पर निशाना साधा था. इस दौरान अडानी मामले को लेकर विपक्षी दल अडानी- मोदी भाई भाई के नारे लगा रहे थे.
बता दें कि पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस ने देश का विकास नहीं किया है. सिर्फ भ्रष्टाचार किया है. आज हम पर सवाल उठाए जाते हैं कि हम राज्य सरकार को परेशान कर रहे हैं, लेकिन इंदिरा गांधी ने अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल किया.