लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को झटका लगा है. असम के बरपेटा से पार्टी सांसद अब्दुल खालिक ने पार्टी छोड़ दी है. ऐसा बताया जा रहा है कि टिकट कटने की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है.
अब्दुल खालिक अभी बारपेटा लोकसभा सीट से सांसद हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया है. उनकी जगह असम प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष दीप बयान को यह सीट दी गई है. टिकट कटने के बाद से ही चर्चा शुरू हो गई थी कि अब्दुल खालिक पार्टी छोड़ सकते हैं. टिकट कटने के बाद अब्दुल खालिक ने कहा था कि असम में कांग्रेस मुस्लिम समुदाय की उपेक्षा कर रही है.
कांग्रेस पार्टी ने 12 मार्च को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए असम के 12 उम्मीदवारों की सूची जारी की. पार्टी असम में 14 में से 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि एक सीट उसने अपने सहयोगी असम जातीय परिषद (एजेपी) को दी है. पार्टी सांसद गौरव गोगोई जोरहाट से चुनाव लड़ेंगे जबकि सांसद प्रद्योत बोरदोलोई अपनी सीट नगांव से चुनाव लड़ेंगे. असम जातीय परिषद के अध्यक्ष लुरिनज्योति गोगोई डिब्रूगढ़ से कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे.
इस बीच, असम में राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष नुमल मोमिन ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट देखकर पार्टी का मजाक उड़ाया है. उन्होंने लिस्ट देखने के बाद कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा इस सूची से बहुत खुश है क्योंकि इससे यह सुनिश्चित हो रहा है कि कांग्रेस राज्य में बुरी तरह हार रही है.
उन्होंने आगे कहा कि हम असम के लिए कांग्रेस की सूची देखकर बहुत खुश हैं, क्योंकि अब हम पूरे विश्वास के साथ कह सकते हैं कि वह राज्य में एक भी सीट नहीं जीतेगी. कांग्रेस की ऐसी हालत है कि किसी को आश्चर्य नहीं होगा अगर देश भर में उसकी सीटों की संख्या घटकर एक अंक में आ जाए. मुझे संदेह है कि क्या कांग्रेस पहले कभी ऐसी स्थिति में रही है.”