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‘अग्निपथ स्कीम’ से बौखलाए कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय, पीएम मोदी पर की विवादित टिप्पणी- देखें वीडियो

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सेना में भर्ती को लेकर हाल ही में लांच की गई अग्निपथ स्कीम को लेकर तमाम दल पीएम मोदी की आलोचना कर रहे हैं और इसे देश के युवाओं के लिए बेहद खतरनाक बताते हुए इसका विरोध कर रहे हैं, इसी क्रम में कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय पीएम मोदी पर बेहद ‘अमर्यादित टिप्पणी’ की है.

जिसमें उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी के संदर्भ में यह तक कहने से गुरेज नहीं किया कि पीएम मोदी हिटलर की मौत मरेंगे. उन्होंने तो हिटलर का पूरा इतिहास पढ़ लिया है.

कांग्रेस नेता सुबोध ने नरेंद्र मोदी सरकार की कार्यशैली को तानाशाह करार दिया है. इस दौरान उन्होंने हुड्डा साहब का भी जिक्र किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हुड्डा साहब गांव की भाषा में समझा रहे थे कि हिटलर भी एक ऐसी ही संस्था बनाई थी, जिसका नाम था खाकी.

सेना में बीच में उनसे बनाई थी. इसके आगे उन्होंने कहा कि मोदी हिटलर की राह चलेगा, तो हिटलर की मौत मरेगा. बता दें कि उनके इस बयान के प्रतिक्रिया के रूप में कार्यक्रम मेंं मौजूद लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ अपनी सहमति व्यक्त की.

सुबोध कांत सहाय के इस बयान पर बीजेपी नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है और सभी ने इस बयान को बेहद शर्मनाक बताते हुए सुबोध कांत की आलोचना की है.

कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय के विवादित बयान पर बोले झारखंड के बीजेपी अध्यक्ष ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है और कहा कि – ‘कांग्रेस हताश और निराश है, इसलिए उनके नेता ऐसा बयान देते हैं. पीएम मोदी बीजेपी के प्रधानमंत्री नहीं हैं देश के पीएम हैं’ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय के विवादित बयान पर बोले झारखंड के बीजेपी अध्यक्ष ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है और कहा कि – ‘कांग्रेस हताश और निराश है, इसलिए उनके नेता ऐसा बयान देते हैं. पीएम मोदी बीजेपी के प्रधानमंत्री नहीं हैं देश के पीएम हैं’

वहीं कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय का पीएम मोदी को लेकर विवादित बयान पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला बोले- ‘गांधी परिवार इन चीजों को सहमति दे रहा है, कांग्रेस अपने नेताओं पर कार्रवाई नहीं करती है, कांग्रेस बताए क्या ये सत्याग्रह है?’

गौर हो इससे पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सवाल किया कि कहीं हिटलर की तर्ज पर आरएसएस की एजेंडे को पूरा करने के लिए सेना का नियंत्रित करने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा.

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अग्निपथ योजना पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कहीं ये योजना आरएसएस का एजेंडा तो नहीं है, जिसके सहारे वो सेना पर नियंत्रण ले सके. कुमारस्वामी ने सवाल किया है कि 10 लाख अग्निवीरों का चयन कौन करेगा? आरएसएस के नेता उन्हें चुनेंगे या सेना उन्हें चुनेगी. चुने गए 10 लाख में आरएसएस की टीम होगी, आरएसएस में कार्यकर्ता हैं. 2.5 लाख जिन्हें अग्निपथ में रखा जाएगा वे तब आरएसएस के कार्यकर्ता होंगे?

कुमारस्वामी ने कहा कि यह आरएसएस का छिपा हुआ एजेंडा हो सकता है और बाकी 75% जो 4 साल बाद बाहर भेजे जायेंगे, आप उन्हें शेष भारत में फैला देंगे, अगर वे भी आरएसएस हैं, तो एक तरफ आरएसएस सेना पर नियंत्रण करना चाहती है.


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