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तेलंगाना: रेवंत रेड्डी ने ली सीएम पद की शपथ, भट्टी विक्रमार्क बने डिप्टी सीएम

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पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों में कांग्रेस को करारी हार सामना करना पड़ा है. उसे सिर्फ तेलंगाना में जीत मिली है. देश के इस राज्य में बीते काफी समय से केसीआर सरकार का राज था. मगर यहां पर कांग्रेस ने बड़े अंतर से केसीआर को मात दी है.

गुरुवार को रेवंत रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. इस तरह वह तेलंगाना के पहले कांग्रेसी मुख्यमंत्री भी बन गए हैं. कांग्रेस नेता भट्टी विक्रमार्क मल्लू ने डिप्टी सीएम पद का शपथ ले लिया है. उन्हें राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई.

इनके अलावा नलमदा उत्तम कुमार रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, डुडिल्ला श्रीधर बाबू, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, पोन्नम प्रभाकर, कोंडा सुरेखा, डी. अनसूया सीताक्का, तुम्मला नागेश्वर राव, जुपल्ली कृष्णा राव, गद्दाम प्रसाद कुमार ने कैबिनेट मिनिस्टर के रूप में शपथ ली है.

शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन हुआ शामिल?
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुडा जैसे बड़े नाम शामिल रहे. इसके अलावा कांग्रेस के कई और वरिष्ठ नेता भी इस समारोह में मौजूद थे. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और सीपीआई महासचिव डी. राजा रेवंत रेड्डी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.

दो दिन पहले रेवंत के नाम पर लगी थी मुहर
बता दें कि चुनाव के नतीजे आने के बाद सीएम की रेस में कई नाम थे. अचानक खबर आई कि रेवंत रेड्डी प्रदेश के सीएम होंगे और सोमवार शाम वह शपथ लेंगे. सूत्रों के मुताबिक इसके बाद पार्टी में कुछ नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया और शपथ ग्रहण समारोह को रद्द करना पड़ा. इसके बाद पार्टी के आलाकमान ने दिल्ली में रेवंत रेड्डी के नाम का ऐलान किया. बताया जा रहा है कि छह बार के विधायक और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एन. उत्तम कुमार रेड्डी और मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने रेवंत रेड्डी का विरोध किया था.

कांग्रेस के अभियान का चेहरा थे रेवंत
बेशक रेवंत के विरोधियों ने उन्हें सीएम बनने से रोकने की तमाम कोशिश की, लेकिन वह पार्टी के टॉप लीडरों की पहली पसंद बन रहे. दरअसल, तेलंगाना में चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले और बाद में भी वही बीआरएस के खिलाफ कांग्रेस के अभियान का चेहरा बने रहे. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2023 में 119 में से 64 सीटों पर जीत दर्ज की है.

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