कांग्रेस की अंतरिम चीफ सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के खिलाफ मंगलवार (26 जुलाई, 2022) को कांग्रेस के सांसदों ने सड़क पर संग्राम छेड़ा.
पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी के नेतृत्व में दिल्ली के विजय चौक पर दल के नेताओं ने प्रदर्शन किया. इस बीच, पुलिस ने राहुल को घएरने की कोशिश की तो वह सड़क पर ही बैठक धरना देने लगे, जिसके बाद उन्हें कुछ पार्टी नेताओं के साथ हिरासत में ले लिया गया.
पार्टी के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने समाचार एजेंसी से कहा, “विपक्ष को खत्म करना और हमारी आवाज बंद करना ही पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की साजिश है. हालांकि, हम इससे डरने वाले नहीं है…हम लड़ते रहेंगे.”
दरअसल, नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में 75 साल की सोनिया मंगलवार को दूसरे दौर की पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश हुईं. वह बेटे राहुल और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा संग सुबह करीब 11 बजे एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर विद्युत लेन में एजेंसी के दफ्तर पहुंचीं. प्रियंका वहीं रुकीं, जबकि राहुल फौरन वहां से निकल गए थे.
सोनिया से पहली बार 21 जुलाई को दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई थी. उन्होंने तब एजेंसी के 28 सवालों के जवाब दिए थे. ईडी कांग्रेस की ओर से प्रवर्तित अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ का मालिकाना हक रखने वाली ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रहा है.
वैसे, कांग्रेस ने नेतृत्व के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की. साथ ही इसे ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ वाला कदम बताया. पार्टी महासचिव अजय माकन ने कहा था, ‘‘आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी सत्याग्रह कर रही है. हम लोगों ने यह तय किया था कि दिल्ली के अंदर राजघाट पर सत्याग्रह करेंगे और जब तक सोनिया को पूछताछ के बाद वापस नहीं जाना दिया जाएगा, तब तक हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा.’’