ताजा हलचल

गुजरात विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने की केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति, इन वरिष्ठ नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी

0
सांकेतिक फोटो

कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है. मुकुल वासनिक, पृथ्वीराज चह्वाण, बीके हरिप्रसाद और मोहन प्रकाश जैसे वरिष्ठ नेताओं समेत कुल 42 नेताओं को कांग्रेस ने अपना ऑब्जर्वर बनाया है.

पृथ्वीराज चह्वाण असंतुष्ट G-23 के नेता हैं, जिनको पार्टी ने गुजरात चुनाव के काम में लगाया है. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेनुगोपाल ने पर्यवेक्षकों की लिस्ट सोमवार को जारी की. मुकुल वासनिक, मोहन प्रकाश, पृथ्वीराज चव्हाण, बीके हरिप्रसाद, केएच मुनियप्पा को जोनल पर्यवेक्षक बनाया गया है. इसके अलावा गुजरात के 26 लोकसभा क्षेत्रों के लिए 32 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं.

अन्य ऑब्जर्वर में शकील अहमद खान, शिवाजी राव मोगे, कांंतिलाल भूरिया समेत पांच नामों को जगह दी गई है. ये पर्यवेक्षक गुजरात की हर विधानसभा सीट पर नजर रखेंगे. राज्य में आगामी 1 और 5 दिसंबर को मतदान होना है. नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ 8 दिसंबर को आएंगे, जहां 12 नवंबर को मतदान संपन्न हो चुका है. कांग्रेस ने मिशन गुजरात पर फोकस किया है. इसके तहत पार्टी आगामी 15 दिनों में कुल 25 मेगा रैलियों का आयोजन करेगी, जिनमें 125 विधानसभा क्षेत्र कवर होंगे. ये रैलियां आक्रामक चुनावी रणनीति के तहत होंगी, जिनमें पार्टी के तमाम बड़े नेता शिरकत करेंगे.

कांग्रेस सूत्रों की मानें तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी गुजरात चुनाव में प्रचार करने के लिए उतरेंगे. राहुल गांधी इन दिनों महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं. वह हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचार करने नहीं पहुंचे थे, न ही सोनिया गांधी ने प्रचार किया था. सिर्फ प्रियंका गांधी सक्रिय रही थीं. लेकिन गुजरात में दोनों के आने की चर्चा है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्रियों और ओबीसी, एससी-एसटी, अल्पसंख्यक वर्ग के बड़े नेता भी आगामी दिनों में गुजरात में रैलियां और चुनाव प्रचार करेंगे.

साल 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भी राहुल गांधी ने कांग्रेस के आक्रामक चुनाव अभियान का नेतृत्व किया था. इस कारण पार्टी ने राज्य में पिछले तीन दशकों का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए बीजेपी को डबल डिजिट (99 सीट) में लाकर खड़ा कर दिया था. कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थीं. इस बार, कांग्रेस ने बूथ प्रबंधन पर अधिक भरोसा करते हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में अपनी रणनीति बदली है. राहुल गांधी ने फरवरी 2022 में द्वारका में राज्य स्तरीय चिंतन शिविर में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत की थी. इसके अलावा, कांग्रेस ने इस बार बड़े पैमाने पर घर-घर अभियान पर ध्यान केंद्रित करने का विकल्प चुना है.

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version