पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद राजनीतिक दलों से जुड़े नेता अपना अपना भविष्य तलाशने में जुट गए हैं। इसके साथ पाला बदलने की भी दौड़ शुरू हो गई है।
नेता अभी से आगे का गुणा-भाग लगाने में लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ रहे राधा-कृष्ण शर्मा आज अखिलेश यादव के सारथी हो गए ।
बता दें कि यूपी बदायूं के बिल्सी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक पंडित आर के (राधा कृष्ण) शर्मा ने आज समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है ।
भाजपा विधायक शर्मा पिछले काफी दिनों से समाजवादी पार्टी में शामिल होने के लिए प्रयास कर रहे थे। वहीं बीजेपी विधायक आरके शर्मा पिछले काफी समय से सक्रिय भी नजर नहीं आ रहे थे ।
तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि वह जल्द ही पाला बदल सकते हैं। वैसे यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा हाईकमान उन्हें इस बार विधानसभा चुनाव में टिकट न देने का फैसला कर चुका था।
पिछले दिनों बदायूं में भाजपा की जनविश्वास यात्रा के दौरान भी जब उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बिल्सी पहुंचे थे तब भी वह उपस्थित नहीं हुए थे। इसके अलावा जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जिला मुख्यालय पर जनसभा की थी, तो सभी जन प्रतिनिधि उपस्थित हुए थे, लेकिन आर के शर्मा इसमें शामिल नहीं हुए थे।
अखिलेश यादव की हरी झंडी मिलने के बाद आज उन्होंने भाजपा छोड़ सपा की सदस्यता ग्रहण की। बता दें कि जनपद बदायूं को सपा का गढ़ माना जाता है। भारतीय जनता पार्टी ने बदायूं के बिल्सी में 1993 के बाद पहली बार 2017 में जीत दर्ज की थी और आरके शर्मा यहां विधायक चुने गए थे।
वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर जोश भरा। आर के शर्मा के अलावा प्रयागराज से भाजपा नेता शशांक त्रिपाठी भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।