दिल्ली में हुई नीति आयोग गवर्नेंस काउंसिल की बैठक को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि उन्हें वहां बोलने नहीं दिया गया था, जिसके बाद विपक्षी इंडिया गठबंधन ने केंद्र पर जमकर निशाना साधा. अब बीजेपी प्रवक्ता सुधाशु त्रिवेदी ने इसका जवाब दिया है. लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी नेता ने रविवार (28 जुलाई 2024) को पूछा कि ममता बनर्जी दिल्ली क्यों आईं थी?
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्षी पार्टी में अभी होड़ लगी हुई है. इंडिया गठबंधन ने नीति आयोगी की बैठक का बहिष्कार किया था. इस पर बीजेपी नेता ने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि उनके कोई भी मुख्यमंत्री इस बैठक में नहीं जाएंगे. ममता बनर्जी कांग्रेस की पिछलग्गू नहीं बनना चाहती हैं. ममता बनर्जी यहां कुछ ऐसा करना करने के लिए आईं थी जिससे वह कांग्रेस से अधिक लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच सकें और ऐसा करने में वह सफल भी रहीं.”
नीति आयोग की बैठक में पहुंची तृणमूल कांग्रेस चीफ बनर्जी ने आरोप लगाया कि उनका माइक्रोफोन पांच मिनट के बाद ही बंद कर दिया गया, जबकि आंध्र प्रदेश, गोवा, असम और छत्तीसगढ़ सहित अन्य मुख्यमंत्रियों को लंबे समय तक बोलने की अनुमति दी गई.
तृणमूल कांग्रेस चीफ ने मीटिंग से बाहर आते हुए कहा कि उनका अपमान किया गया और अब आगे से वह किसी मीटिंग में शामिल नहीं होंगी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक में 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने हिस्सा नहीं लिया. बैठक के बाद सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने संवाददाताओं से कहा कि केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और पुडुचेरी के सीएम इस बैठक में शामिल नहीं हुए.