शनिवार को भाजपा नेता कपिल मिश्रा को दिल्ली भाजपा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. राज्य के भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने उन्हें नियुक्त किया. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने बताया कि उनका नाम इस हफ्ते की शुरूआत में पार्टी के द्वारा घोषित नए पदाधिकारियों की सूची में था लेकिन किन्ही कारणों से इसकी घोषणा नहीं हो पाई थी.
हिंदुत्व विचारधारा पर अपने “उग्र” भाषणों के लिए चर्चित मिश्रा को दिल्ली भाजपा में शामिल होने के बाद से कोई संगठनात्मक जिम्मेदारी नहीं दी गई थी.अरविंद केजरीवाल सरकार में पूर्व मंत्री रहे कपिल मिश्रा 2019 में आम आदमी पार्टी (आप) की महिला विंग की प्रमुख ऋचा पांडे के साथ पार्टी से अलग होकर भाजपा में शामिल हो गए.
काफी वक्त से हो रहे फेरबदल के इंतजार की घोषणा 29 जुलाई को की गई. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रमुख जेपी नड्डा ने पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों की सूची में फेरबदल करते हुए, जिन्होंनें कुछ उपलब्धि हासिल की थी उन्हें पुरस्कृत किया, खराब प्रदर्शन करने वालों को हटा दिया, वहीं कुछ के पंख कतरते हुए सत्ता समीकरणों को संतुलित किया.
कर्नाटक के नेता सीटी रवि और असम से लोकसभा सांसद दिलीप सैकिया को अपने महासचिव पद से हटाने के बाद राजीनीतिक गलियारों में चर्चा गरम है कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार हो सकते हैं.
इसी तरह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर, जो अब उत्तर प्रदेश में भाजपा एमएलसी हैं, उनको उपाध्यक्ष बनाया गया है, इसके पीछे कयास लगाए जा रहे हैं कि यह फैसला पसमांदा मुसलमानों को पार्टी के पक्ष में करने का एक और कदम है. नई सूची में ज्यादातर पदाधिकारियों को उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव पद पर बरकरार रखा गया है.