बिहार में एक बार फिर बड़े सियासी उठापटक के संकेत मिल रहे हैं. सत्ता परिवर्तन की हलचल तेज हो गई. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे. हालांकि, तेजस्वी यादव राजभवन नहीं पहुंचे हैं. गणतंत्र दिवस के मौके पर नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे हैं. उनके साथ जेडीयू के कुछ विधायक भी मौजूद हैं. हफ्तेभर से चल रही अटकलों पर मुहर लगने वाली है. जेडीयू ने सभी विधायकों को पटना बुलाया है. इसके साथ सभी सांसदों को भी पटना में रहने को कहा गया है.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए के साथ सरकार बनाने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि, बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व के साथ फॉर्मूले पर अंतिम मुहर लगना बाकी है. अगर गठबंधन होता है तो नीतीश कुमार 9वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी डिप्टी सीएम बन सकते हैं.
इधर बीजेपी भी सियासी घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है. पटना में कल यानी शनिवार को बैठक बुलाई गई. राजधानी पटना में कल यानी शनिवार को बैठक बुलाई गई. इस बैठक में बिहार के सभी सांसद और विधायक मौजूद रहेंगे. बिहार प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े भी कल सुबह पटना पहुंचेंगे. इससे पहले बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा था कि जरूरत पड़ने पर दरवाजे खोले जाते हैं. सियासत में दरवाजे कभी बंद नहीं होते हैं.
कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर बीजेपी और जेडीयू के बीच गठबंधन की सरकार बनी तो नीतीश कुमार सीएम बने रहेंगे. वहीं, सुशील मोदी डिप्टी सीएम होंगे. इस बीच ये भी खबर है कि संतोष माझी को डिप्टी सीएम बनने का प्रस्ताव भेजा गया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है. संतोष माझी ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ उन्हें जाने में कोई दिक्कत नहीं है.