समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सोमवार को आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी से करोड़ों रुपये की सफाई की मशीनें बरामद होने के बाद मंगलवार को यूनिवर्सिटी से हजारों किताबें बरामद हुई हैं.
बताया जा रहा है कि मदरसा आलिया की हज़ारों किताबें बरामद की गई हैं. यूनिवर्सिटी के अंदर लिफ्ट की दीवार तोड़कर यह किताबें निकाली गई हैं. बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला आजम के करीबी अनवार और सालीम की निशानदेही पर ये किताबें बरामद की गई हैं. सोमवार को मशीनें बरामद होने के बाद पुलिस आजम खान, अब्दुल्ला आजम समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
एडिशनल सीपी संसार सिंह ने बताया कि 16 जुलाई को केस दर्ज किया गया था, जिसमें 3 वांछित अपराधी थे साकीब, अनवार और सारीब. दो दिन पहले इनमें से दो आरोपियों को गिफ्तार किया गया था.
उन्होंने बताया कि दो दिन पहले एक सामाजिक कार्यकर्ता की शिकायत पर एक और केस दर्ज किया गया था, जिसमें बताया गया कि सफाई के लिए मशीन खरीदी गई थीं, लेकिन उनको उस वक्त के विधायक के पुत्र अब्दुल्ला आजाम जौहर यूनिवर्सिटी ले गए और उनका वहीं इस्तेमाल होने लगा. यह सब कुछ उस वक्त के शहर चेयरमैन की मिलीभगत से हुआ था.
आरोप है कि सरकार बदलने पर उन मशीनों को यूनिवर्सिटी में ही दबा दिया गया. जब गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मशीनों को यूनिवर्सिटी में कहां दबाया गया है.
उन्होंने बताया कि मदरसा आलिया के प्रधानचार्य ने बताया कि हमारे मदरसे से 2019 में 10 हजार किताबें चोरी हुई थीं. इसके बाद उस मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी और कुछ किताबों की बरामदगी हुई थी.
उन्होंने कहा है कि मदरसे के प्रधानचार्य ने उनसे कहा था कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जाए तो उनके मदरसों की किताबों के बारे में भी कुछ पता चल सकेगा. इसके बाद जब हमने यूनिवर्सिटी की लिफ्ट की दीवार को तोड़ा तो वहां हमें किताबें भरी हुई मिलीं.
इससे पहले सोमवार को जौहर यूनिवर्सिटी से खुदाई के बाद नगर पालिका रामपुर में सफाई के लिए खरीदी गई करोड़ों रुपये की मशीन बरामद हुई थी. बताया जा रहा है कि सपा के कार्यकाल के दौरान सफाई के लिए प्रदेश सरकार ने करोड़ों रुपये की मशीन नगर पालिका रामपुर ने खरीदी थी, जिसका उपयोग नगर पालिका की जगह जौहर यूनिवर्सिटी में किया जा रहा था.
वहीं जब 2017 में बीजेपी की सरकार आई और इन मशीनों की खोजबीन हुई तो पता चला कि यह मशीन यूनिवर्सिटी के अंदर काट कर दबा दी गयी हैं. इसी मशीन को सोमवार को पुलिस ने खुदाई के बरामद कर लिया.